धरमजयगढ़: पुलिस जनता की सेवा और सुरक्षा के लिए होती है, लेकिन जब पुलिस ही अपना कर्तव्य भूलकर वर्दी का रौब दिखाने लगे और राह चलते बेकसूर पर अपना डंडा बरसाने लगे तो सवाल उठना लाजमी है.
धरमजयगढ़ की कापू थाना पुलिस पर बुजुर्ग की पिटाई का आरोप लगा है. बुजुर्ग के परिजन का आरोप है कि जमीन विवाद को लेकर दूसरे पक्ष की शिकायत के बाद पुलिस की टीम बुजुर्ग को अपने साथ थाने लेकर गई और वहां उसकी जमकर पिटाई की गई. पुलिस की पिटाई से बुजुर्ग गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसे इलाज के लिए धरमजयगढ़ अस्पताल में भर्ती कराया गया.
दूसरे पक्ष ने की पुलिस से शिकायत
मिली जानकारी के मुताबिक जमीन विवाद को लेकर परमानंद नाम के शख्स की गांव के ही तुलसी राम से कहासुनी हो गई, उसी दौरान परमानंद और तुलसी में विवाद बढ़ गय, जिसके बाद तुलसीराम ने मामले की शिकायत थाने में कर दी.
पिटाई से बिगड़ी तबीयत
आरोप है कि तुलसीराम की शिकायत पर पुलिस परमानंद को उठाकर थाने ले आई और वहां चार पुलिसवालों ने मिलकर परमानंद की लात और घूसों से जमकर पीटा. पिटाई से परमानंद की हालत बिगड़ गई और उसे धरमजयगढ़ के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया.
सिपाहियों को लगाई फटकार
हैरत की बात यह है कि जिस थाने में घटना घटी उसके के प्रभारी को इसकी जानकारी नहीं थी. जानकारी मिलने के बाद थाना प्रभारी ने खुद अस्पताल आकर बुजुर्ग का हाल जाना और आरोपी सिपाहियों को फटकार भी लगाईं.
जांच के बाद कार्रवाई की भरोसा
मामले में थाना प्रभारी का कहना है कि 'इस गंभीर मामले की जांच की जाएगी और इसमें जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी'.
अस्पताल में चल रहा इलाज
फिलहाल पीड़ित परमानंद यादव का धरमजयगढ़ सिविल अस्पताल में इलाज जारी है. परमानंद के परिजन का कहना है कि कापू पुलिस बेवजह परमानंद को थाना लाकर मारपीट की गई और चार सिपाहियों ने मिलकर उसके साथ मारपीट किए हैं.
क्या मिलेगा न्याय
पीड़ित पक्ष आरोपी सिपाहियों के खिलाफ आला अधिकारी से शिकायत करने की बात कह रहा हैं अब देखने वाली बात है कि मामले पर क्या पीड़ित बुजुर्ग को मिलता है या नहीं.