रायगढ़: तेतला की शक्ति पेपर मिल में गैस रिसाव होने से 7 मजदूर बीमार हैं. ETV भारत ने जब मजदूरों से बात की, तो उन्होंने बताया कि वे काम के दौरान गैस लीक होने से एक-एक कर गड्ढे में गिर गए, जिसकी वजह से उन्हें चोटें भी आई हैं. मजदूरों को मिल संचालक ने रायगढ़ के संजीवनी अस्पताल में भर्ती कराया था. 3 मजदूरों की हालत बिगड़ने पर मामले का खुलासा हुआ है. गंभीर रूप से घायल तीनों ही मजदूरों को रायपुर रेफर कर दिया गया.
हादसे में घायल मजदूर ने ETV भारत से बताया कि शक्ति पेपर मिल में नोटबुक बनाई जाती है. पिछले कुछ दिनों से प्लांट बंद था और कर्मचारी उसकी सफाई करने के लिए गए थे. इस दौरान सभी कर्मचारी गढ्ढे में एक-एक कर गिर पड़े. इसके बाद उनकी आंखों के सामने अंधेरा छा गया. मजदूरों ने बताया कि होश आने पर वो अस्पताल में थे. बता दें कि ये मिल दीपक गुप्ता नाम के व्यक्ति की है. मिल मालिक ने अपनी गलती मानते हुए सभी के इलाज की जिम्मेदारी लेने की बात कही है.
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इस घटना की जानकारी मिलते ही जिला कलेक्टर यशवंत कुमार सिंह, एसपी संतोष कुमार सिंह, एडिशनल एसपी अभिषेक वर्मा, सीएचएमओ एस एन केशरी सहित जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची थी. तीनों ही पीड़ितों को रायपुर अस्पताल के लिए रवाना किया गया है.
वहीं एक दर्दनाक घटना विशाखापट्टनम के आर आर वेंकटपुरम गांव में सामने आई है, जहां एलजी पॉलीमर उद्योग में रासायनिक गैस लीक हो गई. जहरीली गैस के रिसाव से 11 लोगों की मौत हो गई है. स्टाइरीन गैस लीक होने की आशंका जताई जा रही है. इससे कई लोगों को सांस लेने में तकलीफ होने की समस्या होने लगी. फिलहाल 800 से ज्यादा लोग अस्पताल में भर्ती हैं.