महासमुंद : संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले 14 गांव के ग्रामीणों ने मोर्चा खोल दिया है. सैकड़ों की संख्या में किसानों ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर कलेक्टर कार्यालय का घेराव किया. ग्रामीण खैरझिटी, कौआझर, मालीडीह के बीच लगने वाले स्टील प्लांट का विरोध कर रहे हैं. ये ग्रामीण लंबे समय से आंदोलन कर रहे थे. लेकिन सुनवाई नहीं होने से उन्होंने कलेक्ट्रेट पहुंचकर धरना प्रदर्शन शुरू कर (Farmers staged a sit-in by besieging the collectorate) दिया. ग्रामीणों ने शासन-प्रशासन और स्थानीय जन प्रतिनिधियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. प्रदर्शन में खैरझिटी, कौआझर, मालीडीह, पिरदा,बांधा, तेंदुवाही कुकराडीह, भोरिंग, अछोला, जोबा, गढ़सिवनी, परसाडीह, गुडरुडीह, लहंगर, बांसकुड़ा और बिरबिरा के ग्रामीण सैकड़ों की संख्या में मौजूद थे.
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महासमुंद कलेक्टर ने सुनी ग्रामीणों की बात: ग्रामीणों के प्रदर्शन को देखकर कलेक्टर ने ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल से चर्चा (Collector discussed with the delegation of villagers) की. कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में ग्रामीणों के प्रतिनिधि मंडल और प्रशासन के बीच करीब 1 घंटे तक बैठक चली. जिसमें स्थानीय लोगों से कलेक्टर ने सीधी बात की. इस दौरान ग्रामीणों ने अपनी समस्याएं कलेक्टर को बताई. साथ ही स्टील प्लांट के विरोध में 11 सूत्रीय मांग का ज्ञापन (Eleven point demand against steel plant) सौंपा.
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1 माह के भीतर समस्याएं सुलझाने का भरोसा : वन भूमि, घास भूमि, आदिवासी भूमि के नाम पर खरीद-फरोख्त की जांच कराने के साथ ही, प्लांट लगने से होने वाली अन्य समस्याओं पर भी निराकरण करने की मांग की गई है. कलेक्टर ने स्थानीय बिंदुओं पर एक माह के भीतर जांच कराने का आश्वासन ग्रामीणों को दिया है. इधर ग्रामीण जांच नहीं होने पर आने वाले समय में हाइवे जाम करने और प्लांट में तोड़फोड़ करने की चेतावनी दे रहे हैं.