महासमुंद: छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियों ने स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित किए गए कोरोना वॉरियर्स की सूची पर आपत्ति जताई है. संघ ने उत्कृष्ट कोरोना वॉरियर्स को नजरअंदाज करने की शिकायत मुख्य चिकित्सा अधिकारी से की है. इसके साथ ही सूची में किए गए बदलाव की जांच के साथ दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है.
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छत्तीसगढ़ प्रदेश तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ के पदाधिकारियो ने बताया कि सरकार ने 15 अगस्त 2020 को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर कोरोना वॉरियर्स को सम्मानित किया था. इसमें कोरोना वायरस से बचाव के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले स्वास्थ्यकर्मियों को पुरस्कृत करने का निर्णय सराहनीय था. इसके लिए उन्होंने प्रदेश सरकार का आभार जताया है. इसके साथ ही सम्मान कार्यक्रम में हुई चूक की ओर ध्यानाकर्षित कराते हुए कहा कि सम्मानित होने वाले पात्र अधिकारियों-कर्मचारियों के चयन के लिए जिला स्वास्थ्य विभाग ने समिति बनाकर सूची तैयार की थी. इस सूची को बाद में परिवर्तित कर दिया गया था और इसमें निर्धारित प्रोटोकॉल के विपरीत ऐसे अधिकारी-कर्मचारी के नाम जोड़ कर सम्मानित किया गया, जिन्होंने कोरोना वायरस नियंत्रण और रोकथाम के लिए कोई उल्लेखनीय कार्य नहीं किया है.
ऐसे में रोजाना देर रात तक संवेदनशील क्षेत्रों में अपनी जान जोखिम में डालकर जनस्वास्थ्य के लिए कर्तव्य निभाने वाले उत्कृष्ट कोरोना वॉरियर्स स्वास्थ्यकर्मी स्वयं को छला हुआ मसहूस कर रहे हैं. इसकी जांच की मांग संघ के लोगों ने की है, जबकि इस पूरे मसले पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गड़बड़ी की बात से इनकार किया है.