महासमुंद : जिले में काफी लंबे अरसे से चल आ रहा फ्लाई ओवर का मुद्दा अब खत्म होने की कगार पर है. जिला प्रशासन की ओर से अनुविभागीय अधिकारी भागवत जायसवाल के नेतृत्व में महासमुंद तुमगांव फ्लाई ओवर में रोड़ा बन रहे शैफी पेट्रोल पंप के आसपास की जमीन को खाली कराने में सफलता हासिल की गई है. आपको बता दें कि वर्ष 2008 में पूर्व राज्यमंत्री ने सिरपुर में अनेक कार्यों का भूमिपूजन, लोकार्पण एवं शिलान्यास किया था.
स्थानीय लोगों ने किया था विरोध : जिसमें महासमुंद तुमगांव फ्लाई ओवर भी शामिल (Mahasamund Tumgaon flyover work completed) था. बढ़ते ट्रैफिक जाम की समस्या को देखते हुए तात्कालीन भाजपा सरकार ने इस ओवर ब्रिज की स्वीकृति प्रदान की थी. उसके बाद शहर में विरोध का दौर शुरू हो गया था.
जिला प्रशासन ने मोर्चा संभाला : आनन-फानन में जिला प्रशासन भू अर्जन की कार्रवाई तेज कर एकता चौक की ओर से रेलवे क्रासिंग तक 40 मकानों को 15 करोड़ का मुआवजा वितरण किया .उधर फ्लाई ओवर का कार्य लगभग पूर्ण किया जा चुका है. रेलवे क्रासिंग से महासमुंद की ओर 45 मकान और 11 दुकान प्रभावित हुए हैं. जिसमें मुआवजे की कुल रकम 17 करोड़ रुपए आंकी गई है. जबकि 6 से 7 करोड़ का मुआवजा बांटा जा चुका है. साथ ही अभी लगभग 10 करोड़ रुपए का मुआवजा बंटना बाकी है.
विरोध के बाद अब काम पूरा : लगातार विरोध का दंश झेल रहा फ्लाई ओवर आज अपने पूर्ण रूप में आने को तैयार है. बहरहाल, शहर वासियों का 14 वर्ष बाद फ्लाई ओवर मिलने का रास्ता साफ हो गया है. इसी कड़ी में सभी अधिकारियों की उपस्थिति में शैफी पेट्रोल पंप के पास तोड़फोड़ की कार्रवाई की गई. लगातार विभागीय आदेश का पालन करते हुए महासमुंद-तुमगांव फ्लाई ओवर निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर किया गया है.
15 दिन में अंतिम चरण का काम पूरा : किसी भी प्रकार का विरोध या घटना न हो इसके लिए पुलिस बल की भी मदद ली गई. फ्लाई ओवर ब्रिज से संबंधितत सभी दस्तावेज पूर्ण किए जा चुके हैं. बचे हुए 1-2 प्रकरण 15 दिवस के भीतर पूर्ण कर लिए जाएंगे..जुलाई तक फ्लाईओवर शुरु हो जाने की उम्मीद है.