कोरबा: ऊर्जाधानी में विश्वकर्मा जयंती के दिन जगह जगह देवशिल्पी विश्वकर्मा विराजमान हुए. देवशिल्पी विश्वकर्मा का विधि विधान से पूजा अर्चना किया गया. औद्योगिक संस्थानों में समारोह जैसा माहौल (Vishwakarma idol in Korba on Vishwakarma Jayanti) रहा. कोरबा जिले में पावर प्लांट से लेकर कई तरह के उद्योग संचालित हैं. इसलिए विश्वकर्मा जयंती का यहां खासा महत्व रहता है. इस दिन सभी कल कारखानों में मज़दूरों को छुट्टी दी जाती है. साथ ही पूरे दिन लोग अपने कार्यस्थल पर जा कर पूजा अर्चना कर भोग प्रसाद का आनंद लेते हैं.
सेंट्रल वर्कशॉप सहित सभी पावर प्लांटों में छुट्टी: कोरबा जिले के एसईसीएल के सेंट्रल वर्कशॉप में विश्वकर्मा जयंती पर काम पूरी तरह से बंद रहता है. यहां एसईसीएल के मशीनों की मरम्मत का काम होता है. लेकिन विश्वकर्मा जयंती के दिन वर्कशॉप को मजदूर के परिवारों के लिए खोला जाता है. लोग आकर मशीनों को देखते हैं और विश्वकर्मा जयंती पर प्रसाद ग्रहण करते हैं. इसी तरह पावर प्लांटों में भी आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य कामों पर छुट्टी दी जाती है. हालांकि पूर्व की तरह पावर प्लांटों को आम लोगों के लिए पूरी तरह से खोला नहीं जाता. सभी स्थानों पर विश्वकर्मा पूजा की जाती है.
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निगम ने किया नए मशीनों का विस्तार : विश्कर्मा पूजा के दिन ही नगर निगम ने भी अपने कर्मशाला में नई मशीनों का विस्तार किया है. निगम ने जेसीबी सहित संकरे इलाकों के लिए छोटे क्रेन मशीन को विश्वकर्मा पूजा के दिन शुरू किया है. इससे निचली बस्तियों और संकरे इलाके जहां जेसीबी नहीं पहुंच पाते, वहां सफाई कार्य में तेजी आएगी.
नई मशीन का किया उद्घाटन : निगम के कार्यशाला में महापौर राजकिशोर प्रसाद सहित सभापति श्यामसुंदर सोनी कांग्रेसी पदाधिकारी और आयुक्त प्रभाकर पांडे पहुंचे थे. महापौर ने बताया कि "विश्वकर्मा जयंती का पर्व निगम के लिए खास होता है. इस दिन कर्मशाला में विधि विधान से पूजा की जाती है. इस वर्ष हमने स्वच्छता की थीम पर कई काम करवाए हैं. मशीनों का भी विस्तार किया है, जिससे स्वच्छता के कार्यों में तेजी आएगी."