ETV Bharat / city

Video : पलभर में जमींदोज हो गई वंदना पावर प्लांट की गगनचुंबी चिमनी

Vandana Power Plant Chimney demolished कोरबा में वंदना पावर प्लांट की चिमनी ढहा दी गई है. प्लांट को पूरी तरह से डिस्मेंटल किया जा रहा है. शुक्रवार को एक्सपर्टस और पुलिस की मौजूदगी में चिमनी को डिस्मेंटल किया गया. Power Plant Chimney demolished in korba

Power Plant Chimney demolished in korba
वंदना पावर प्लांट की चिमनी ढहाई
author img

By

Published : Oct 15, 2022, 11:55 AM IST

Updated : Oct 15, 2022, 12:45 PM IST

कोरबा: जिले के छूरी में अब से 14 साल पहले वंदना पावर प्लांट की स्थापना की गई थी. स्थापना के बाद से ही पावर प्लांट के कभी अच्छे दिन नहीं आ पाये. कभी जमीन अधिग्रहण तो कभी कर्ज के कारण इस प्लांट में बिजली उत्पादन नहीं हुआ. अब इस प्लांट को पूरी तरह से डिस्मेंटल किया जा रहा है. नए निर्माण कार्य के लिए पुरानी इमारतों को ढहाया जा रहा है. शुक्रवार को प्लांट की गगनचुम्बी चिमनी को ढहा दिया गया. इस दौरान विशेषज्ञों की टीम और पुलिस के मौके पर मौजूद रही. चिमनी के ढहाए जाने के दौरान धूल का ऐसा गुबार उठा जिसके कारण कुछ समय के लिये 100 मीटर तक कि विज़िबिलिटी शून्य हो गयी थी.Vandana Power Plant Chimney demolished

कोरबा में पावर प्लांट की चिमनी ढहाई गई

2008 में रखी गयी थी प्लांट की नींव : छुरीकला में वंदना पावर प्लांट की स्थापना के लिए वर्ष 2008-09 में लगभग 700 एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहित की गई थी. 1050 मेगावाट क्षमता प्लांट स्थापित करने की योजना थी. पहले चरण में 35 मेगावाट की एक इकाई स्थापित की गई थी. अप्रेल 2012 में इकाई शुरू कर दी गई, लेकिन चार माह के अंदर ही इकाई बंद हो गई. कंपनी पर कर्ज बढ़ता गया. जिसके कारण संयंत्र को बंद करना पड़ा. संयंत्र की छुरीखुर्द में एक-एक चिमनी है.

सोलर एनर्जी से रोशन मध्यभारत का पहला एयरपोर्ट

हल्का विवाद भी हुआ :चिमनी को जब डिस्मेंटल किया गया तब आस पास के कुछ ग्रामीणों के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए. जिससे विवाद की स्थिति बन गई. सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची. कंपनी के अफसरों द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को क्षतिपूर्ति राशि दिए जाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ.

कोरबा: जिले के छूरी में अब से 14 साल पहले वंदना पावर प्लांट की स्थापना की गई थी. स्थापना के बाद से ही पावर प्लांट के कभी अच्छे दिन नहीं आ पाये. कभी जमीन अधिग्रहण तो कभी कर्ज के कारण इस प्लांट में बिजली उत्पादन नहीं हुआ. अब इस प्लांट को पूरी तरह से डिस्मेंटल किया जा रहा है. नए निर्माण कार्य के लिए पुरानी इमारतों को ढहाया जा रहा है. शुक्रवार को प्लांट की गगनचुम्बी चिमनी को ढहा दिया गया. इस दौरान विशेषज्ञों की टीम और पुलिस के मौके पर मौजूद रही. चिमनी के ढहाए जाने के दौरान धूल का ऐसा गुबार उठा जिसके कारण कुछ समय के लिये 100 मीटर तक कि विज़िबिलिटी शून्य हो गयी थी.Vandana Power Plant Chimney demolished

कोरबा में पावर प्लांट की चिमनी ढहाई गई

2008 में रखी गयी थी प्लांट की नींव : छुरीकला में वंदना पावर प्लांट की स्थापना के लिए वर्ष 2008-09 में लगभग 700 एकड़ से अधिक भूमि अधिग्रहित की गई थी. 1050 मेगावाट क्षमता प्लांट स्थापित करने की योजना थी. पहले चरण में 35 मेगावाट की एक इकाई स्थापित की गई थी. अप्रेल 2012 में इकाई शुरू कर दी गई, लेकिन चार माह के अंदर ही इकाई बंद हो गई. कंपनी पर कर्ज बढ़ता गया. जिसके कारण संयंत्र को बंद करना पड़ा. संयंत्र की छुरीखुर्द में एक-एक चिमनी है.

सोलर एनर्जी से रोशन मध्यभारत का पहला एयरपोर्ट

हल्का विवाद भी हुआ :चिमनी को जब डिस्मेंटल किया गया तब आस पास के कुछ ग्रामीणों के मकान भी क्षतिग्रस्त हुए. जिससे विवाद की स्थिति बन गई. सूचना मिलने पर डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची. कंपनी के अफसरों द्वारा प्रभावित ग्रामीणों को क्षतिपूर्ति राशि दिए जाने के आश्वासन के बाद मामला शांत हुआ.

Last Updated : Oct 15, 2022, 12:45 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.