कोरबा: चोरी के शक में अधेड़ उम्र के व्यक्ति को पोल से बांधकर पिटाई (severely beaten) करने वाले निजी कंपनी के 3 सुरक्षाकर्मियों (private company employees) को पुलिस ने गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है. कलेक्टर (korba collector)ने भी इस गंभीर मामले को संज्ञान में लेकर प्रशासनिक जांच बिठा दी है. इसके लिए 3 सदस्यों वाली कमेटी का गठन किया गया है. SDM कटघोरा को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया है. पोल से बांधकर पिटाई के बाद जिले में कानून व्यवस्था की किरकिरी हो रही है. यह सीधे तौर पर कानून व्यवस्था को चुनौती देने जैसा है.
ऐसा रहा पूरा घटनाक्रम
कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत दुरपा रोड फोकटपारा निवासी अधेड़ सुभाष राम सिदार बीते 17 सितंबर की दोपहर 3 बजे कुसमुंडा खदान के नया सायलो के पास ओ एंड एम में विश्वकर्मा पूजा देखने गया था. वहां से लौटते समय फाटक के निकट निजी निर्माण कंपनी सामंता के 2 सेक्युरिटी गार्ड उसे पकड़कर कंपनी के कार्यालय सायलो के पास लेकर चले गए. दोनों ने अधेड़ पर लोहा चोरी करने का आरोप लगाकर, चोरी स्वीकार करने के लिए बुरी तरह उसकी पिटाई की. सुभाष द्वारा चोरी करने की घटना स्वीकार करने से इनकार करने पर पाइप के खंभे में उसे रस्सी से बांध दिया गया. फिर गार्डों के दो अन्य साथी भी डंडे से सुभाष को पीटने लगे. पीड़ित गुहार लगाता रहा लेकिन गार्ड ये कह कर और पिटाई करने लगे कि इतनी पिटाई से कोई मरता थोड़े ही है. इस पूरी घटना का वीडियो भी बनाया गया जो वायरल हो गया था.
वीडियो वायरल होने के बाद एसपी भोजराम पटेल ने आरोपियों के खिलाफ धारा-294,330,348,506,34 का केस दर्ज कर टीम गठित की. सोमवार को कुसमुंडा पुलिस ने पीड़ित और वायरल वीडियो के आधार पर 3 आरोपियों को हिरासत में लिया. संदेही व्यक्तियों से अलग-अलग पूछताछ की. आरोपियों ने अपना नाम राजेश सिंह राजपूत, गोवर्धन कुमार साहू, अशोक कुमार कश्यप बताया. सभी आरोपी कोरबा जिले के ही है. एक अन्य आरोपी की तलाश की जा रही है.
चोरी की आशंका पर प्राइवेट कंपनी के गार्ड ने खंभे से बांधकर पीटा, आरोपी कहते रहे-इतनी पिटाई से कोई मरता है...
कानून व्यवस्था पर गंभीर सवाल
घटना के बाद एसपी कोरबा भोजाराम पटेल ने आम जनों से भी अपील की है कि किसी भी स्थिति में कानून व्यवस्था को अपने हाथ में ना लें और ऐसी कोई भी घटना होने पर तत्काल पुलिस को सूचना दें.
कलेक्टर ने भी बिठाई जांच
सोमवार को कलेक्टर ने भी प्रशासनिक अधिकारियों के मीटिंग में घटना का जिक्र किया और इसे बेहद गंभीर माना. हालांकि इस मामले में अब आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. बावजूद इसके कलेक्टर रानू साहू ने जांच कमेटी का गठन किया है. SDM कटघोरा को इस जांच टीम का अध्यक्ष बनाकर, 7 दिनों के भीतर पूरी रिपोर्ट पेश करने को कहा है.