कोरबा: SECL की कुसमुंडा खदान में कार्यरत एक मुख्य प्रबंधक झारखंड स्थित अपने गृहग्राम गए हुए थे. इस दौरान उन्होंने अपने मकान की चाबी एक परिचित को देखरख के लिए सौंपी थी.
जिसे चाबी सौंपी थी, उसी ने अधिकारी को चपत लगाया और कैश व जेवर मिलाकर कुल 20 लाख की चोरी को अंजाम देकर फरार (stolen from SECL Kusmunda mine officer house) हो गया. पुलिस ने अब अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर लिया है. आरोपी की तलाश जारी है.
कुसमुंडा के आदर्श नगर कॉलोनी में सुशील देव मिश्रा SECL कुसमुंडा क्षेत्र में मुख्य महाप्रबंधक के तौर पर पदस्थ हैं. 26 दिसंबर को वे परिवार समेत झारखंड गए हुए थे. इस दौरान उन्होंने घर की सुरक्षा के साथ ही उसकी देखरेख की जिम्मेदारी अपने ही एक परिचित स्वतंत्र बहादुर सिंह को सौंपी थी. लेकिन हफ्ते दिन बाद जब वह वापस घर लौटे और चाबी लेने स्वतंत्र बहादुर सिंह को फोन लगाया तब उसका नंबर ही बंद था. अधिकारी ने डुप्लीकेट चाबी से मकान खोला और अंदर आकर सामान की तलाशी ली. तब उनके होश उड़ गए. घर से कैश और लाखों के जेवर गायब मिले. कई दिनों बाद भी जब स्वतंत्र बहादुर वापस नहीं लौटा. तब अधिकारी को शक हुआ और उन्होंने मामले की शिकायत थाने में की.
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दो लाख कैश और 400 ग्राम सोने के जेवर गायब
मुख्य प्रबंधक सुशील मिश्रा ने रिपोर्ट दर्ज कराई है कि उनके मकान से सूटकेस में रखे 40 तोले सोने के जेवर और 2 लाख कैश की चोरी हुई है. जेवर की कीमत 18 लाख रुपये है. अधिकारी ने स्वतंत्र बहादुर पर चोरी का संदेह जताया है. इसकी शिकायत उन्होंने कुसमुंडा थाने में दर्ज कराई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
अमानत में खयानत का मामला दर्ज
इस विषय में कुसमुंडा टीआई लीलाधर राठौर ने बताया कि 'SECL के मुख्य प्रबंधक सुशील देव मिश्रा की शिकायत पर 20 लाख की चोरी का मामला दर्ज किया गया है. इसमें अमानत में खयानत का मामला दर्ज कर जांच की जा रही है. शिकायतकर्ता ने अपने परिचित स्वतंत्र बहादुर सिंह पर संदेह जताया है. जांच के बाद ही मामला स्पष्ट होगा.