कोरबा: जिले के कटघोरा वनमंडल में बीते कुछ समय से लगातार हाथियों की आवाजाही बनी हुई है. बीती रात 14 हाथियों के दल में से एक बेबी एलीफैंट नेशनल हाइवे के किनारे बने गड्ढे में गिर गया. जिसके बाद उसकी मां आक्रामक हो गयी. हाथियों ने पहले खुद ही बच्चे को गड्ढे से बाहर निकालने की कोशिश की. लेकिन गड्ढा गहरा होने और काई की वजह से हाथी का बच्चा बाहर नहीं निकल पाया. इससे हाथियों का दल चिंघाड़ने लगा और हाइवे पर जाम लग गया. वन विभाग और पुलिस को सूचना मिली और बेबी एलीफैंट का रेस्क्यू शुरू किया गया. बड़ी ही सावधानी से जेसीबी की सहायता से बेबी एलीफैंट को गड्ढे से बाहर निकाला गया.
कोरबा नेशनल हाइवे में बेबी एलीफैंट का रेस्क्यू : रेस्क्यू के पूरे समय हाथियों का दल बच्चे के आसपास ही रहा. जिससे रेस्क्यू करने वाली टीम के अलावा सड़क के दोनों ओर मौजूद आम नागरिकों, ग्रामीणों और पुलिसकर्मियों की धड़कनें तेज रही कि कहीं हाथी हमलावर ना हो जाएं. मादा हाथी जब सड़क पार कर जंगल की ओर गई तब बेबी एलीफैंट को गड्ढे से निकालने का काम शुरू किया. लेकिन कुछ ही देर बाद मादा हाथी भी वहां पहुंच गई और अपने बच्चे के आसपास ही घूमती रही. इस दौरान कुछ समय के लिए मादा हाथी जंगल की ओर गई. मादा हाथी के वहां से हटते ही विभाग ने बच्चे का रेस्क्यू शुरू किया.
रेस्क्यू के दौरान मादा हाथी भी वहीं मौजूद: इस पूरे ऑपरेशन में वन कर्मी मंगल सिंह की भूमिका अहम रही. जिसने मादा हाथी के कुछ समय के लिए वहां से हटते ही तत्परता दिखाते हुए गड्ढे में कूदा. शावक के पास उतरकर रस्सी फंसाकर जेसीबी में अटकाया और उसे खींचकर बाहर निकाला जा सका. मंगल सिंह ने काफी साहस दिखाया. जिसके कारण बेबी एलीफैंट का रेस्क्यू सुरक्षित तरीके से संभव हो पाया. पूरा रेस्क्यू ऑपरेशन वहां आसपास मौजूद लोगों के लिए रोमांच और कौतूहल का विषय बना रहा. बच्चे के बाहर आते ही मादा हाथी सड़क पर आकर उसे साथ लेकर जंगल की ओर चली गई.