कोरबा: सोमवार को बिहार से लौटे एक व्यक्ति की क्वॉरेंटाइन सेंटर में मौत हो गई. व्यक्ति की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था. मृतक वशीर खान शहर के बुधवारी बस्ती में रहता था और बिहार से लौटकर जिले के मिनीमाता गर्ल्स कॉलेज में क्वॉरेंटाइन किया गया था. व्यक्ति की मौत के बाद देर शाम तक उसकी कोरोना जांच की रिपोर्ट निगेटिव आई, जिसके बाद रात को ही उसका अंतिम संस्कार किया गया.
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मृतक अपने परिवार के साथ 21 मई को कोरबा पहुंचा था, जिसके बाद 23 मई को सभी के सैंपल लेकर उन्हें क्वॉरेंटाइन किया गया. सोमवार दोपहर से ही वशीर की तबीयत खराब थी, जिसके बाद उसकी मौत हो गई. मृतक की बड़ी बेटी की शादी बिहार में हुई थी, जिसे लेने उसका परिवार बिहार गया हुआ था. इस बीच लॉकडाउन की वजह से सभी बिहार में ही फंस गए थे. 20 मई को सभी बिहार से वापस कोरबा के लिए रवाना हुए थे.
रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी
कोरबा से अब तक 7 हजार से अधिक लोगों के सैंपल कोरोान टेस्ट के लिए लैब भेजे जा चुके हैं. बाहरी राज्यों से लौटने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन सेंटर में ठहराने के बाद सैंपल लेने में देरी के साथ ही रिपोर्ट मिलने में भी देर हो रही है. हरदीबाजार के रुका केसला गांव के रहने वाले युवक को कोरोना पॉजिटिव पाया गया था, जिसकी रिपोर्ट 10 दिनों तक प्रशासन को नहीं मिली थी.
रिपोर्ट मिली निगेटिव
सीएचएमओ बीबी बोडे ने बताया कि वशीर खान की मौत सोमवार को हुई थी. इसके बाद एम्स रायपुर से उसकी रिपोर्ट तत्काल देने का अनुरोध किया गया था. शाम को उसकी रिपोर्ट निगेटिव मिली है.