कोरबा: मरवाही उपचुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है. जनप्रतिनिधि भी अब चुनावी मोड में आ चुके हैं. सीएम ने कोरबा विधायक और राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल को पेंड्रा-गौरेला-मरवाही जिले का प्रभारी मंत्री बनाया है. अपनी आक्रामक राजनैतिक शैली के लिए पहचाने जाने वाले मंत्री जयसिंह ने इसी अंदाज में उपचुनाव की तैयारियां भी शुरू कर दी है. शनिवार को कोरबा के कांग्रेस कार्यालय में मौजूद जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि मरवाही किसी का गढ़ है, यह लोगों की गलतफहमी है. उपचुनाव में यह बात साफ हो जाएगी.
राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने शुक्रवार को अपने प्रभार वाले पेंड्रा-गौरेला मरवाही जिले का पहला दौरा किया था. जहां उन्होंने कलेक्टर सहित प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली थी, साथ ही कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए थे. पेंड्रा से अपने गृह जिले लौटे जयसिंह शनिवार को कांग्रेस कार्यालय में लोगों से मिल रहे थे. इस दौरान मीडिया से चर्चा के दौरान उन्होंने उपचुनाव को लेकर कई बातें साझा की.
कांग्रेस सरकार ने किया जिले का गठन
जयसिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद सीएम भूपेश बघेल ने जिले का गठन किया है. इसलिए यह बताने की जरूरत नहीं है कि पेंड्रा सीएम की टॉप प्राइयोरिटी वाला जिला है. विगत 10 फरवरी को जिले का उद्घाटन हुआ और इसके कुछ दिनों बाद ही कोरोना संक्रमण देश में आया. नए जिले के कई काम रूके हुए हैं. प्रशासनिक अमले की कमी है, इसके लिए अफसरों को निर्देश दिए गए हैं. जो भी जरूरी काम है उसे जल्द से जल्द पूरा करने की कवायद शुरू हो चुकी है.
किसी का गढ़ नहीं है मरवाही
पेंड्रा जिले की मरवाही सीट प्रदेश के प्रथम मुख्यमंत्री अजीत जोगी के निधन के बाद मरवाही का उपचुनाव दिलचस्प हो चुका है. एक ओर जहां अमित जोगी ने मरवाही सीट के जद्दोजहद शुरू कर दी है तो वहीं निगम मंडलों में नियुक्ति कर कांग्रेस भी इस सीट पर नजर गड़ाये हुए है. इस सीट पर जोगी परिवार के वर्चस्व और उनके गढ़ के रूप में स्थापित रहने के सवाल पर प्रतिक्रिया देते हुए राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ने कहा कि 'यह गलतफहमी है कि मरवाही किसी का गढ़ है. मैं स्वयं कोरबा से तीन बार चुनाव जीतते हुए आ रहा हूं, इसका मतलब यह नहीं है कि कोरबा मेरी जागीर है, यदि कोई कहीं से चुनाव जीत रहा है, तो वह उसकी जागीर नहीं होती.'
विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे और जीतेंगे
जयसिंह ने कहा कि 'आजादी के बाद से दशकों पुरानी जिलागठन की मांग को पेंड्रा जिले के निवासियों की पीड़ा को कांग्रेस ने समझा है. इस वजह से वहां के लोग खुश हैं लोगों में कांग्रेस पार्टी के प्रति काफी उत्साह है. वर्तमान में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार है इस बात का फायदा पेंड्रा को मिलेगा. मरवाही का उपचुनाव हम विकास के मुद्दे पर लड़ेंगे. वहां के आम जन के लिए कांग्रेस ने जो काम किए हैं. उन बातों को लेकर हम उपचुनाव में जाएंगे और कांग्रेस का प्रदर्शन वहां बेहतर होगा. हम हर हाल में मरवाही का उपचुनाव जीतेंगे, मारवाही से कांग्रेस का ही विधायक निर्वाचित होगा.'