कोरबा : कलेक्टर किरण कौशल जिला चिकित्सालय में कोरोना की वैक्सीन लगवायी. कलेक्टर को टीका लगाने के बाद आधे घंटे तक निगरानी में रखा गया था. किसी तरह की परेशानी नहीं होने पर उन्हें डॉक्टरों ने घर जाने की अनुमति दी. टीकाकरण के बाद मुस्कुराते हुए कलेक्टर कौशल ने कहा कि कोरोना से बचने के लिए लगाए जा रहे टीके पूरी तरह से सुरक्षित हैं. सभी टीका जरूर लगवाएं.
कलेक्टर किरण कौशल ने कहा कि खुद को और अपने परिवार को कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अपनी बारी आने पर अवश्य ही टीका लगवाना चाहिए. कलेक्टर ने यह भी कहा कि जिन लोगों को टीका लग चुका है. उन्हें अपने अनुभव दूसरे लोगों के साथ साझा कर उन्हें भी कोरोना टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. कोरबा वनमण्डाधिकारी प्रियंका पाण्डेय ने भी कलेक्टर के साथ कोरोना की वैक्सीन लगवायी. टीकाकरण के बाद जिला अस्पताल के डाक्टरों ने कलेक्टर कौशल को आने वाले दिनों में रखी जाने वाली सावधानियों की जानकारी दी. किसी भी तरह की असामान्य स्थिति या स्वास्थ्य खराब होने जैसी हालत में तत्काल चिकित्सकों से संपर्क करने की सलाह भी दी.
कोरोना वैक्सीन की 6वीं खेप पहुंची रायपुर, ढाई लाख से ज्यादा और डोज मिले
कोरबा जिले में कोरोना से लड़ने वाले फ्रंटलाइन वाॅरियर्स को टीका लगाने का काम तेजी से किया जा रहा है. राज्य शासन, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के निर्देशानुसार कोरोना का टीका सबसे पहले स्वास्थ्यकर्मियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं जैसे फ्रंटलाइन कोरोना वाॅरियर्स को लगाया गया है.
10 हजार से अधिक को लगा टीका
जिले के टीकाकरण प्रभारी डाॅ. कुमार पुष्पेश ने बताया कि कोरबा जिले में अभी तक कोरोना के टीके की पहली डोज 10 हजार 219 कोरोना वाॅरियर्स को दी जा चुकी है. एक हजार 331 लोगों को कोविड वैक्सीन का दूसरा डोज भी लगा दिया गया है. उन्होंने बताया कि टीका लगने के बाद अभी तक किसी भी कोरोना वाॅरियर्स में कोई भी प्रतिकूल लक्षण या परेशानी सामने नहीं आया है. टीका लगने के बाद कुछ समय के लिए बुखार आना या सिर दर्द होना सामान्य प्रक्रिया है. ऐसा होने से यह तय हो जाता है कि टीका अपना प्रभाव दिखा रहा है और आगे वह व्यक्ति का कोरोना संक्रमण से पूरी तरह बचाव करेगा.