कोरबा : छत्तीसगढ़ में कोरबा के प्रवास पर पहुंचे केंद्रीय पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह राज्य सरकार पर जमकर (Giriraj Singh made serious allegations against Bhupesh Sarkar in Korba) बरसे. उन्होंने राज्य सरकार की फ्लैगशिप योजना नरवा, गरवा, घुरवा बाड़ी पर जमकर हमला बोला. गिरिराज ने कहा कि ''सीएम भूपेश बघेल ने मुझे कहा था कि मैं गौठान बना रहा हूं. गोबर खरीदूंगा. लेकिन यह योजना पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई. दुख के साथ यह बात कहना पड़ रहा है कि छत्तीसगढ़ में मनरेगा के लिए निर्धारित पैरामीटर का भी पालन नहीं हो रहा है.''
गौठान बने और मवेशी सड़कों पर : गिरिराज ने कहा कि '' इस राज्य में 23 हजार गौठान बने हैं.लेकिन अभी मवेशी सड़कों पर है. यह योजना पूरी तरह से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई (Giriraj Singh alleges corruption on Gauthan in Korba) है. राज्य सरकार को चाहिए कि केंद्र सरकार के पैसे का दुरुपयोग ना करें. यह बेहद आपत्तिजनक है कि गौठानों में भारत सरकार के पैसे का उपयोग किया जा रहा है.''
मनरेगा के पैरामीटर का उल्लंघन :आगे गिरिराज ने कहा कि "छत्तीसगढ़ में केंद्र की योजनाओं का बेहद बुरा हाल (Visit of Union Panchayat Minister Giriraj Singh in Korba) है. हालत यह है कि यहां मनरेगा द्वारा निर्धारित किए गए भारत सरकार के पैरामीटर्स का पालन नहीं किया जा रहा है. हमें बेहद दुख है कि हितग्राहियों को लाभ नहीं मिल पा रहा है.राज्य सरकार मनमाने ढंग से पैसों को खर्च कर रही है.''
11 लाख गरीब पीएम आवास से रह गए वंचित : राज्य के भूपेश सरकार को घेरते हुए गिरिराज (Union Panchayat Minister Giriraj Singh ) ने आगे कहा कि ''मुझे इस बात की बेहद पीड़ा है कि इस राज्य में लगभग 11 लाख हितग्राही पीएम आवास से वंचित हैं. राज्य सरकार ने अपने हिस्से का मैचिंग ग्रांट पीएम आवास में नहीं लगाया. जिसके कारण हमें पैसे वापस लेने पड़े यह बेहद दुखद है.''
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राशन भी खा गई सरकार : गिरिराज ने खाद्यान्न वितरण के मोर्चे पर भी राज्य सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि ''केंद्र सरकार ने गरीब लोगों की बारे में सोचकर प्रत्येक सदस्य के हिसाब से 5 किलो चावल का आवंटन किया है. लेकिन यहां मुझे हितग्राहियों से जानकारी मिली कि पूरे परिवार को 5 किलो चावल मिलता है. यह बेहद पीड़ादायक है. जब गरीब व्यक्ति के कोटे का चावल भी उन्हें नहीं मिल पा रहा है.''