कोरबा: छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले के बांकी मोंगरा में एक इंजीनियरिंग स्टूडेंट के खुदकुशी का मामला सामने आया है. पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमे मृतक स्टूडेंट ने जिक्र किया है, कि "मैं अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहा हूं, इसके लिए मुझ पर किसी का दबाव नहीं है और मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार भी नहीं है". पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार मृतक ने बीती रात आत्महत्या करने का फैसला लिया था. शुक्रवार सुबह उसकी मां ने सबसे पहले उसे फांसी के फंदे पर झूलते हुए देखा. (Engineering student dies by suicide in Korba )
माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था 26 साल का राहुल : बांकी मोंगरा क्षेत्र के शांतिनगर निवासी राहुल विश्वकर्मा जिसकी उम्र 26 साल है. माइनिंग इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहा था. सुसाइड की घटना को अंजाम देने के पहले राहुल ने बीती रात परिवार के साथ सामान्य तौर पर रात का खाना खाया और अपने कमरे में सोने चला गया. अगले दिन जब राहुल कमरे से बाहर नहीं आया. तब परिजनों को संदेह हुआ. राहुल की मां ने जब कमरे के अंदर का नजारा देखा तो उनके होश उड़ गए. कमरे में राहुल पंखे से लटका हुआ था.
पुलिस ने बरामद किया सुसाइड नोट: घटना की सूचना पाकर बांकी मोंगरा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची. जांच पड़ताल में पुलिस को राहुल के बेडरूम से एक सुसाइड नोट भी मिला है. जिसमें लिखा हुआ है कि "मैं अपनी मौत के लिए खुद ही जिम्मेदार हूं. इसके लिए किसी भी अन्य व्यक्ति को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए. आत्महत्या के लिए मुझ पर किसी का दबाव भी नहीं है".
परिजन नहीं समझ पा रहे कारण : राहुल की खुदकुशी परिजनों के लिए एक अबूझ पहेली बनी हुई है. राहुल ने यह आत्मघाती कदम क्यों उठाया. पूरे क्षेत्र में इसकी चर्चा है. पुलिस ने जांच के बाद ही इस बात का खुलासा होने की बात कही है.
शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा : इस संबंध में बांकी मोंगरा थाना प्रभारी माधव प्रसाद तिवारी ने बताया कि "तड़के सुबह इंजीनियरिंग के छात्र राहुल विश्वकर्मा जिसकी उम्र 26 वर्ष है. उसके द्वारा फांसी लगा लेने की सूचना मिली थी. मौके पर पहुंचकर सुसाइड नोट भी बरामद किया गया है. जिसमें राहुल ने लिखा है कि मेरी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है. शव को फांसी के फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. जांच पड़ताल जारी है. जिसके बाद ही मौत के कारणों का खुलासा होगा".