कोरबा: जिले में बड़ी संख्या में राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र यानी पंडो जाति के परिवार रहते हैं. ये भले ही देश के सर्वोच्च संवैधानिक प्रमुख के पुत्र हैं, लेकिन आज भी ये उपेक्षित हैं. लॉकडाउन ने इनकी कमर तोड़ दी है और इनके सामने आजीविका का संकट आ खड़ा हुआ है. इन लोगों को इस समय राहत पहुंचाने के लिए इलाके में कार्यरत एकता परिषद् ने जन समुदाय को जागृत कर उन्हें रोजमर्रा के सामान उपलब्ध कराए हैं.
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कोरबा में एकता परिषद लगातार कई आयोजन करता आ रहा है. एकता परिषद पंडो और अन्य पिछड़ी जातियों के जीवनस्तर को सुधारने के लिए काम करते हैं. वे लगातार आधुनिकता के आधार पर उनके जनजीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत हैं. इन्हीं आयोजनों के तहत रविवार को एकता परिषद ने पोड़ी उपरोड़ा के तेंदु टिकरा गांव में पंडो जनजाति के 170 परिवार के लोगों को राशन वितरित किए हैं. बता दें कि तेंदू टिकरा ग्राम में विगत 35 वर्षों से एकता परिषद पंडो जनजाति के लोगों के उत्थान के लिए कार्यरत हैं. पंडो जनजाति ने पिछले 15 सालों से महात्मा गांधी के ग्राम स्वराज की परिकल्पना को साकार करते हुए शराबबंदी जारी रखी है.
गांव में शराबबंदी
एकता परिषद ने पोड़ी उपरोड़ा के लगभग 17 गांवों में कार्यक्रम आयोजित कर गांधीवादी विचारधारा पर चलने के लिए प्रेरित कर रहा है. एकता परिषद ने पंडो जाति को वृक्ष लगाने और पर्यावरण को संरक्षित रखने के लिए संकल्प भी दिलाया. एकता परिषद संगठन के फाउंडर मेंबर गांधीवादी पीवी राजगोपाल के सहयोग और महात्मा गांधी सेवा आश्रम ग्वालियर डॉ रन सिंह परमार के मार्गदर्शन में राष्ट्रीय संयोजक रमेश शर्मा के नेतृत्व में वृक्षारोपण एवं अन्नदान कार्यक्रम का आयोजन किया. इस कार्यक्रम में जिला स्तर के अधिकारी सतत शिक्षा परियोजना प्रभारी डॉ सीमा भारद्वाज, क्षेत्रीय विधायक मोहित केरकेट्टा, जनपद पंचायत पोड़ी उपरोडा के अध्यक्ष संतोषी राजेंद्र ने उपस्थित होकर इस कार्यक्रम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई.