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कोरबा में कर्मचारियों के हड़ताल में 52 संगठन हुए एकजुट - HRA

chhattisgarh government officers employees strike कोरबा में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी संगठन के नेताओं का दावा है कि 52 विभिन्न संगठनों का समर्थन उन्हें मिला है. जो संगठन आज हड़ताल में शमिल नहीं हो पाए हैं. वे मंगलवार से हड़ताल में शामिल होंगे. वहीं कलेक्टर का कहना है कि ऐसे विभाग जिनका जनता से सीधे जुड़ाव है, वह सभी खुले हुए हैं.

chhattisgarh government officers employees strike
कोरबा में कर्मचारियों की हड़ताल
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Published : Aug 22, 2022, 10:09 PM IST

कोरबा: केंद्र के समान डीए (DA) और एचआरए (HRA) की मांग को लेकर प्रदेशभर के विभिन्न कर्मचारी संगठन बेमियादी हड़ताल (workers strike for DA HRA in korba) पर चले गए हैं. कोरबा के भी कर्मचारी संगठन के नेताओं ने दावा किया है कि 52 अलग अलग संगठनों के कर्मचारी हमारे साथ हड़ताल पर बैठे हैं. दूसरी तरफ कलेक्टर का कहना है कि "ऐसे सभी विभाग, जो जनता से जुड़े हैं, जहां समस्याएं आती हैं, वह काम कर रहे हैं. कार्यालयों में कामकाज चल रहा है. हड़ताल को लेकर कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी और प्रशासन आमने सामने हैं. हालांकि हड़ताल पर जाने को लेकर शिक्षक संगठनों में सामंजस्य का अभाव बना हुआ.

सभी संगठन हमारे साथ: शिक्षक संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश बघेल ने बताया कि "विभिन्न सरकारी विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के संगठन का समर्थन हमारे साथ है. कोरबा में 52 अलग अलग संगठन के लोग हड़ताल पर बैठे हैं. कार्यालयों में कामकाज नहीं हो रहा है. प्रशासनिक सेवा के तहसीलदारों का समर्थन भी हमें मिला है.

कोरबा में कर्मचारियों की हड़ताल
सभी शिक्षक भी कल से आएंगे हड़ताल पर: शिक्षकों के संगठन में सामंजस्य नहीं बन पाने और हड़ताल में शामिल नहीं होने के सवाल पर बघेल ने बताया कि "शिक्षकों के कुछ संगठन जैसे सहायक शिक्षक फेडरेशन ने देर से सूचना जारी की. जिसकी वजह से सामंजस्य बनाने में कुछ कमी रह गई है. हालांकि उनके संगठनों से भी हमारी बात हो चुकी है. वह सभी मंगलवार से हड़ताल में शामिल होंगे. हड़ताल को पूरी तरह से सभी सरकारी कर्मचारियों का समर्थन है.

यह भी पढ़ें: मनाने के बाद भी पत्नी नहीं लौटी मायके से, वियोग में पति ने दे दी जान !


जिले में करीब 15000 शिक्षक: जिले में सरकारी कर्मचारियों में से सबसे ज्यादा संख्या शिक्षकों की है. जो हड़ताल में अपनी सहभागिता देते हैं. संगठनों के मुताबिक जिले भर में लगभग 15000 शिक्षक हैं. इनमें से ज्यादातर हड़ताल पर हैं. जो नहीं है, वह भी जल्द ही हड़ताल में शामिल होंगे. जिसके बाद स्कूलों में भी पूरी तरह से कामकाज बंद रहेगा.

सभी विभागों में छाया रहा सन्नाटा, कामकाज प्रभावित: कलेक्ट्रेट कार्यालय के अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर हैं. यहां के पीडब्ल्यूडी, खनिज, पीएचई, शिक्षा, आदिवासी, जल संसाधन, रेशम पंचायत विभागों में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है. इन दफ्तरों में कर्मचारी नदारद दिखे, तो कुछ समस्या लेकर आए लोग भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते हुए दिखाई दिए.

जनता से जुड़े विभागों में हो रहा काम: हड़ताल और सरकारी कामकाज के प्रभावित होने के प्रश्न पर कलेक्टर संजीव झा ने बताया कि "कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. लेकिन ऐसे विभाग जिनका जनता से सीधे जुड़ाव है, वह सभी खुले हुए हैं. वहां कामकाज हो रहा है. विभागों में कार्यरत काफी सारे लोग ऐसे भी हैं, जो हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहते हैं. उन्होंने सहमति पत्र तो दिया है, लेकिन वह आज कार्यालय में उपस्थित होकर काम कर रहे हैं."

कोरबा: केंद्र के समान डीए (DA) और एचआरए (HRA) की मांग को लेकर प्रदेशभर के विभिन्न कर्मचारी संगठन बेमियादी हड़ताल (workers strike for DA HRA in korba) पर चले गए हैं. कोरबा के भी कर्मचारी संगठन के नेताओं ने दावा किया है कि 52 अलग अलग संगठनों के कर्मचारी हमारे साथ हड़ताल पर बैठे हैं. दूसरी तरफ कलेक्टर का कहना है कि "ऐसे सभी विभाग, जो जनता से जुड़े हैं, जहां समस्याएं आती हैं, वह काम कर रहे हैं. कार्यालयों में कामकाज चल रहा है. हड़ताल को लेकर कर्मचारी संगठन के पदाधिकारी और प्रशासन आमने सामने हैं. हालांकि हड़ताल पर जाने को लेकर शिक्षक संगठनों में सामंजस्य का अभाव बना हुआ.

सभी संगठन हमारे साथ: शिक्षक संगठन के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष ओम प्रकाश बघेल ने बताया कि "विभिन्न सरकारी विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के संगठन का समर्थन हमारे साथ है. कोरबा में 52 अलग अलग संगठन के लोग हड़ताल पर बैठे हैं. कार्यालयों में कामकाज नहीं हो रहा है. प्रशासनिक सेवा के तहसीलदारों का समर्थन भी हमें मिला है.

कोरबा में कर्मचारियों की हड़ताल
सभी शिक्षक भी कल से आएंगे हड़ताल पर: शिक्षकों के संगठन में सामंजस्य नहीं बन पाने और हड़ताल में शामिल नहीं होने के सवाल पर बघेल ने बताया कि "शिक्षकों के कुछ संगठन जैसे सहायक शिक्षक फेडरेशन ने देर से सूचना जारी की. जिसकी वजह से सामंजस्य बनाने में कुछ कमी रह गई है. हालांकि उनके संगठनों से भी हमारी बात हो चुकी है. वह सभी मंगलवार से हड़ताल में शामिल होंगे. हड़ताल को पूरी तरह से सभी सरकारी कर्मचारियों का समर्थन है.

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जिले में करीब 15000 शिक्षक: जिले में सरकारी कर्मचारियों में से सबसे ज्यादा संख्या शिक्षकों की है. जो हड़ताल में अपनी सहभागिता देते हैं. संगठनों के मुताबिक जिले भर में लगभग 15000 शिक्षक हैं. इनमें से ज्यादातर हड़ताल पर हैं. जो नहीं है, वह भी जल्द ही हड़ताल में शामिल होंगे. जिसके बाद स्कूलों में भी पूरी तरह से कामकाज बंद रहेगा.

सभी विभागों में छाया रहा सन्नाटा, कामकाज प्रभावित: कलेक्ट्रेट कार्यालय के अधिकतर कर्मचारी हड़ताल पर हैं. यहां के पीडब्ल्यूडी, खनिज, पीएचई, शिक्षा, आदिवासी, जल संसाधन, रेशम पंचायत विभागों में कामकाज बुरी तरह से प्रभावित है. इन दफ्तरों में कर्मचारी नदारद दिखे, तो कुछ समस्या लेकर आए लोग भी सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटते हुए दिखाई दिए.

जनता से जुड़े विभागों में हो रहा काम: हड़ताल और सरकारी कामकाज के प्रभावित होने के प्रश्न पर कलेक्टर संजीव झा ने बताया कि "कर्मचारी संगठनों के आह्वान पर सरकारी कर्मचारी हड़ताल पर चले गए हैं. लेकिन ऐसे विभाग जिनका जनता से सीधे जुड़ाव है, वह सभी खुले हुए हैं. वहां कामकाज हो रहा है. विभागों में कार्यरत काफी सारे लोग ऐसे भी हैं, जो हड़ताल में शामिल नहीं होना चाहते हैं. उन्होंने सहमति पत्र तो दिया है, लेकिन वह आज कार्यालय में उपस्थित होकर काम कर रहे हैं."

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