कोरबाः जिला मुख्यालय में कलेक्ट्रेट कार्यालय के समीप स्थित जनपद पंचायत कार्यालय के अधीन सरकारी जमीन पर छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा की आड़ में कब्जे का प्रयास हो रहा था. मंगलवार की देर शाम यहां चबूतरे का निर्माण कर छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति स्थापित कर दी गई थी.
प्रशासन को इसकी सूचना मिली तो तहसीलदार ने मूर्ति की स्थापना करने वाले छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों को सूचना दी, लेकिन पदाधिकारियों ने मौके पर आने से इंकार कर दिया. इसके बाद विधिवत पूजा-अर्चना के बाद प्रतिमा को सरकारी जमीन से हटाकर कब्जे के प्रयास को प्रशासन ने विफल कर दिया है.
अधिकारियों ने बताया कि जनपद पंचायत कार्यालय के समीप मुख्य मार्ग पर जिस स्थान पर कब्जे का प्रयास हो रहा था. वहां काफी समय पहले पूर्व में कृषि विभाग का कार्यालय संचालित था. जिसका भवन जर्जर हो चुका था. जर्जर भवन को प्रशासन ने डिस्मेंटल कर दिया था. भवन के डिस्मेंटल होने के बाद यह जमीन खाली पड़ी हुई थी. जिस पर कब्जाधारियों के काफी समय से नजर थी. मंगलवार की रात को यहां चबूतरे का निर्माण कर छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा की स्थापित कर दी गयी. इसकी सूचना प्रशासन को मिलते ही अधिकारी सक्रिय हो गए.
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संग्रहालय में रखी गई प्रतिमा
प्रतिमा के साथ ही यहां संगठन ने अपना बोर्ड और बैनर भी लगा दिया गया था. जिसे बुधवार की दोपहर विधिवत कार्रवाई करते हुए तहसीलदार ने हटवाया. मूर्ति को हटाने के लिए पंडित को भी बुलवाया गया था. पुलिस और प्रशासन की मौजूदगी में विधिवत पूजा-अर्चना करने के बाद छत्तीसगढ़ महतारी के मूर्ति को सरकारी भूमि से हटाकर पुरातत्व विभाग के संग्रहालय (museum) में रखवा दिया गया है. कार्रवाई के दौरान तहसीलदार सुरेश साहू के साथ राजस्व अमले के टीम मौजूद थी. कोतवाली टीआई सनत सोनवानी भी दल बल के साथ स्वयं मौके पर मौजूद रहे.
किसी अच्छे स्थान पर स्थापित हो प्रतिमा
इस विषय में तहसीलदार सुरेश साहू ने बताया कि ब्लॉक की सरकारी भूमि पर छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा रखकर कब्जे का प्रयास किया जा रहा था. मैंने छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना के पदाधिकारियों को फोन पर इसकी सूचना दी लेकिन वह मौके पर नहीं आये. इसके बाद हमने विधिवत मूर्ति को हटाकर जमीन को कब्जा मुक्त कराया है. छत्तीसगढ़ माता की प्रतिमा बेहतर तरीके से किसी अच्छे स्थान पर स्थापित होनी चाहिए. इस तरह सरकारी भूमि पर कब्जा कर मूर्ति की स्थापना करना उचित नहीं है.