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गन्ना खेत में लगी भीषण आग, 8 किसानों की फसल जलकर खाक

कवर्धा के गन्ने के खेत में भीषण आग लग गई. इस आग से गांव के करीब 8 किसानों की फसल पूरी तरह से जल गई. तकरीबन 8 एकड़ गन्ने की फसल बर्बाद हो गई है. किसानों ने शासन से मुआवजे की गुहार लगाई है.

Sugarcane field caught fire in Kawardha
गन्ने खेत में भीषण आग
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Published : Dec 20, 2020, 2:28 PM IST

कवर्धा: जिले के बोडला थाना के पोंडी में गन्ने की फसल पर अचानक आग लग गई. देखते ही देखते भीषण आग ने 8 एकड़ गन्ना की फसल को अपने चपेट में ले लिया. आग की चपेट में तकरीबन 8 किसानों के फसल का नुकसान हो गया. आग लगने की वजह से पता नहीं चल पाया है. ग्रामीण काफी मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं कर सकें.

गन्ने खेत में भीषण आग

पढ़ें- बालोद: शक्कर कारखाने के लिए 21 दिसंबर से शुरू होगी शक्कर खरीदी, तैयारियां पूरी

किसानों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के देर से पहुंचने की बात कही है. उनका कहना है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां अगर तत्काल मौके पर पहुंच जाती तो शायद आग पर काबू पाया जा सकता था. घटना में 8 किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई. आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है.

टोकन मिलने में हो रही देरी


जिले में दो शक्कर कारखाना स्थापित है, जिसकी वजह से जिले के ज्यादातर किसान गन्ना की खेती करते हैं, लेकिन शक्कर कारखाना की लापरवाही और लेटलतीफी के कारण खन्ना किसानों को टोकन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. फसल तैयार होने के बावजूद भी खेतों में गन्ना सुखते पडे़ रहते हैं. किसानों ने बताया की गन्ना फसल लगभग पंद्रह दिनों से तैयार खेत में खड़ी है और सूखने भी लगी है. शक्कर कारखाना का चक्कर काटने के बाद भी टोकन नहीं दिया जा रहा है, जबकि बडे़ किसान और नेताओं को आसानी से टोकन दे दिया जाता है.

किसानों ने किया मुआवजे की मांग

किसानों ने कहा कि 8 एकड़ खेत में लगा गन्ना फसल तैयार हो चुका था, लेकिन प्रशासन ने गन्ना बेचने के लिए टोकन नहीं दिए हैं. इस वजह से इस तरह की घटना हुई है. किसानों ने शासन से फसल की क्षति का मुआवजा दिए जाने की मांग की है.

कवर्धा: जिले के बोडला थाना के पोंडी में गन्ने की फसल पर अचानक आग लग गई. देखते ही देखते भीषण आग ने 8 एकड़ गन्ना की फसल को अपने चपेट में ले लिया. आग की चपेट में तकरीबन 8 किसानों के फसल का नुकसान हो गया. आग लगने की वजह से पता नहीं चल पाया है. ग्रामीण काफी मशक्कत के बाद भी आग पर काबू नहीं कर सकें.

गन्ने खेत में भीषण आग

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किसानों ने फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के देर से पहुंचने की बात कही है. उनका कहना है कि फायर ब्रिगेड की गाड़ियां अगर तत्काल मौके पर पहुंच जाती तो शायद आग पर काबू पाया जा सकता था. घटना में 8 किसानों की फसल पूरी तरह से चौपट हो गई. आग लगने की वजह का पता नहीं चल पाया है.

टोकन मिलने में हो रही देरी


जिले में दो शक्कर कारखाना स्थापित है, जिसकी वजह से जिले के ज्यादातर किसान गन्ना की खेती करते हैं, लेकिन शक्कर कारखाना की लापरवाही और लेटलतीफी के कारण खन्ना किसानों को टोकन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. फसल तैयार होने के बावजूद भी खेतों में गन्ना सुखते पडे़ रहते हैं. किसानों ने बताया की गन्ना फसल लगभग पंद्रह दिनों से तैयार खेत में खड़ी है और सूखने भी लगी है. शक्कर कारखाना का चक्कर काटने के बाद भी टोकन नहीं दिया जा रहा है, जबकि बडे़ किसान और नेताओं को आसानी से टोकन दे दिया जाता है.

किसानों ने किया मुआवजे की मांग

किसानों ने कहा कि 8 एकड़ खेत में लगा गन्ना फसल तैयार हो चुका था, लेकिन प्रशासन ने गन्ना बेचने के लिए टोकन नहीं दिए हैं. इस वजह से इस तरह की घटना हुई है. किसानों ने शासन से फसल की क्षति का मुआवजा दिए जाने की मांग की है.

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