कवर्धा: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह (Raman singh) कवर्धा पहुंचे. अपने निवास पर उन्होंने कवर्धा विवाद (Kawardha Violence) में घायल भाजपा कार्यकर्ताओं के परिजनों से मुलाकात की. कवर्धा (Kawardha) में 4 दिन इंटरनेट (Internet) बंद रहने के बाद शनिवार को शुरू किया गया था. बवाल के बाद (Kawardha Violence) क्षेत्र में इंटरनेट सेवा (Internet service) को बंद कर दिया गया था. शनिवार से ही प्रशासन ने कर्फ्यू में 4 घंटे की ढील भी दी थी. जिले में आज व्यापमं की परीक्षा भी है.
कवर्धा में 1641 अभ्यर्थी व्यापमं की परीक्षा देंगे. पीजी कॉलेज में सुबह 10 बजे से से 12 बजे तक परीक्षा होगी. यहां BA, Bed में 199 अभ्यर्थी शामिल होंगे. Bsc nursing में 1448 अभ्यर्थी शामिल होंगे. इसके लिए 5 सेंटर बनाए गए हैं. परीक्षा का समय 2 बजे से सवा 4 बजे तक है. इसी के साथ PG कॉलेज कवर्धा में 300, स्वामी करपात्री स्कूल में 300, शिशु मंदिर स्कूल- 300, राजमाता गर्ल्स कॉलेज - 200, होली क्रास स्कूल -348 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे. कर्फ्यू की स्थिति में अभ्यर्थियों को शहर में प्रवेश करने के लिए अभ्यर्थी प्रवेश पत्र को ही पास के रूप में इस्तेमाल कर सकेंगे.
कवर्धा में कैसे हैं हालात, जानिए
'एक समूह को कर रहे प्रताड़ित'
पूर्व सांसद और बीजेपी नेता अभिषेक सिंह के खिलाफ केस दर्ज करने को लेकर रमन सिंह ने शासन-प्रशासन पर हमला बोला था. उन्होंने कहा कि-' एक समूह को प्रताड़ित करने का प्रयास किया जा रहा है. गांव-गांव में स्थिति विस्फोटक होगी. आज तो हम शांति से इसका हल ढूंढना चाहते हैं. लेकिन जिस प्रकार से प्रशासन का उपयोग राजनीतिक दृष्टि से किया जा रहा है, ये स्थिति को और खराब करना चाहते हैं. रमन सिंह रेवाबांध पारा मे दुर्गेश देवांगन से घर पहुंचे और दुर्गेश के माता-पिता से बातचीत किया और उनके बेटे को जल्द ही वापस लाने का हर संभव मदद करने की भरोसा दिलाया. दुर्गेश देवांगन वहीं युवक है, जिसकी 3 अक्टूबर को लोहारा नाक चौक मे मारपीट की घटना हुई थी, जिसके बाद से युवक लापता है. परिजनों के मुताबिक युवक घटना के दिन से घर नही लौटा है और पुलिस बता रही है कि युवक गिरफ्तार नहीं हुआ है.
विवाद मामले को लेकर रमन सिंह ने कहा की प्रशासन पूरी तरह शासन और मंत्रियों के इशारे में काम कर रहा है. लोगों में भय का माहौल है. कोई कुछ बोलने से भी घबड़ा रहा है. मेरा जन्मभूमि है कवर्धा. इसे जलता हुआ देख रहा हूं. इसे जेल में तब्दील होते देख रहा हूं. इससे पीड़ा दायक क्या हो सकता है? कवर्धा के लोगों को बंधक बना कर रखा गया है. कभी 144 नहीं लगा, जो 7 दिनों से कर्फ्यू लगा हुआ है.
शांति मार्च के जरिए माहौल सुधारने की कोशिश
शुक्रवार को कवर्धा जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधि और सभी समाज प्रमुखों ने नगर के सभी इलाकों में शांति मार्च निकाला. नगरवासियों से भाईचारा बनाए रखने और शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की. इसके बाद जिला प्रशासन ने कलेक्टर सभागार में प्रेसवार्ता लिया. त्यौहारी सीजन को देखते हुए प्रशासन ने शनिवार से कर्फ्यू मे छूट देते हुए सुबह 10 बजे से 02 बजे तक नगरपालिका क्षेत्र में दुकान खोलने की अनुमति दी. जिससे लोगों ने राहत महसूस की.
कवर्धा हिंसा में अभिषेक सिंह और संतोष पांडे पर FIR, बीजेपी ने राज्यपाल से की न्यायिक जांच की मांग
बीजेपी नेताओं पर केस दर्ज
बीजेपी के सांसद संतोष पांडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह, पूर्व विधायक मोतीराम चंद्रवंशी और अशोक साहू समेत 14 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया. इसकी पुष्टि पुलिस अधिकारियों ने की.
कुल 93 लोग गिरफ्तार
एसपी मोहित गर्ग ने बताया की जिले में विवाद को लेकर 3 अक्टूबर से अब तक 7 एफआईआर में दोनों समुदाय से 1 हजार से अधिक लोगों पर FIR दर्ज की गई. जिसमें राजनांदगांव लोकसभा सांसद संतोष पाडेय, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह भी सामिल हैं. जिसमें एक पक्ष के 16 लोग और दूसरे पक्ष से 77 लोग कुल 93 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. रविवार तीन अक्टूबर की शाम को हुई दो पक्षों में मारपीट (fight between two sides) के बाद शहर का माहौल पूरी तरह से बिगड़ गया था. जिसे लेकर जिला प्रशासन (kawardha administration) ने धारा 144 लगा दी थी. कलेक्टर (kawardha collector) ने रविवार को ही स्कूल-कॉलेज बंद करने की घोषणा कर दी थी. चार जिला रायपुर, दुर्ग, राजनांदगांव, बेमेतरा से बड़ी संख्या में पुलिस बल और PTS के जवानों को बुलाया लिया गया था. पुलिस लगातार पेट्रोलिंग कर रही है.