कवर्धा: कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने कवर्धा विकासखंड के अंतर्गत आने वाले विभिन्न धान खरीदी केंद्रों का निरीक्षण किया, साथ ही तैयारियों का जायजा लिया. कलेक्टर रमेश कुमार शर्मा ने अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए.
किसानों के पास नहीं बची धान रखने की जगह
कबीरधाम जिले में समर्थन मूल्य पर धान खरीदी प्रारंभ किए 25 दिन बीत चुके हैं और जिले के 91 धान खरीदी केंद्रों में अब तक 63 हजार 542 किसानों ने 372 करोड़ 50 लाख रुपये के धान बेचे हैं. जिला प्रशासन की अच्छी व्यवस्था के चलते बिना किसी परेशानी के जिले के 80% छोटे किसानों ने अपना धान बेच लिया है. वहीं 30 करोड़ रुपये के धान बड़े किसानों ने बेचे हैं, लेकिन अब धान परिवहन में लेटलतीफी के कारण खरीदी केंद्रों में क्षमता से अधिक धान का भंडारण होने से कई खरीदी केंद्रों में धान रखने की जगह नहीं बची है. खरीदी केंद्रों में धान चबूतरे बनाए गए थे, जो खरीदी शुरू होने के एक सप्ताह के भीतर ही भर चुके थे, जिसके बाद किसानों के पास धान रखने की जगह तक नहीं बची.
पढ़ें: कवर्धा: जिला अस्पताल के सिक्योरिटी गार्डों को 3 महीने से नहीं मिला वेतन, कलेक्टर से लगाई गुहार
धान खरीदी प्रभावित होने की आशंका
जिले के 91 खरीदी केंद्रों में अब भी 17 लाख 32 हजार से अधिक धान का उठाव नहीं हो पाया है. जिसके कारण धान अब भी खरीदी केंद्रों में रखे हुए हैं. धान का अगर जल्द परिवहन कर उठाव नहीं कराया गया, तो दो-चार दिनों में कई ऐसे केंद्र होंगे, जहां धान खरीदी प्रभावित होने की स्थिति बन सकती है. जिले में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के लिए 1 लाख 711 किसानों ने पंजीयन कराया है, जिनमें से अब तक 63 हजार 542 किसान अपना धान बेच चुके हैं. अब 37 हजार 169 किसानों को धान बेचना बाकी है. 25 दिनों में प्रशासान ने 372 करोड़ 50 लाख रुपए की धान खरीदी की.
पहले भी कलेक्टर ने दिए थे कार्रवाई के निर्देश
कलेक्टर रमेश शर्मा ने पहले दिन ही जिले के अंतिम छोर पर चेक पोस्ट लगाकर धान का अवैध परिवहन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे.