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बस्तर के आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए युवोदय एकेडमी बना मिसाल - Yuvodaya Academy became an example for tribal students

बस्तर में छात्रों को बेहतर शिक्षा (better education)उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन की ओर से एक बड़ी पहल के तहत जिले में युवोदय एकेडमी की स्थापना की गई है. शहर के जिला ग्रंथालय (Library) में युवोदय एकेडमी को खोला गया है. जहां प्रशासन (Administration) की तरफ से गरीब छात्र-छात्राओं (poor students) को नि:शुल्क कोचिंग (free coaching) की सुविधा दी जा रही है. बस्तर के सांसद दीपक बैज ने भी इस युवोदय एकेडमी का निरीक्षण किया.

Yuvodaya Academy became an example for the tribal students of Basta
बस्तर के आदिवासी छात्र-छात्राओं के लिए युवोदय एकेडमी बना मिसाल
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Published : Sep 9, 2021, 10:23 PM IST

जगदलपुरः बस्तर में छात्रों को बेहतर शिक्षा (better education) उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन (Administration) की ओर से एक बड़ी पहल के तहत जिले में युवोदय एकेडमी की स्थापना की गई है. शहर के जिला ग्रंथालय में इस युवोदय एकेडमी को खोला गया है. जहां प्रशासन की तरफ से गरीब छात्र-छात्राओं (poor students) को नि:शुल्क कोचिंग (free coaching) की सुविधा दी जा रही है.

युवोदय एकेडमी बस्तर जिले के सुदूर अंचल के मेधावी और प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) से जुड़े विद्यार्थियों के लिए खोला गया है, जहां छात्र को NIT, JEE, IIT, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही बोर्ड परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग और उनके अनुरूप पढ़ाई और कक्षा की सुविधा और माहौल देने के लिए इस एकेडमी की स्थापना की गयी है. बस्तर के सांसद दीपक बैज ने भी इस युवोदय एकेडमी का निरीक्षण किया.

निजी कोचिंग सेंटरों पर महंगी फीस
दरअसल, हर साल बस्तर में NIIT और JEE जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में बस्तर से बहुत ही कम छात्र हिस्सा लेते हैं. जिसका सबसे बड़ा कारण कोचिंग सेंटरों में महंगी फीस होना होता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन (district administration) ने युवोदय एकेडमी की स्थापना की है. इस एकेडमी के माध्यम से न सिर्फ छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है, बल्कि उन्हें ऐसे परीक्षाओं में शामिल होने के लिए बकायदा पूरी तरह से तैयार भी किया जा रहा है.

जिससे 12वीं कक्षा में टॉप करने के बाद वे आसानी से NIT और JEE की परीक्षा के लिए नि:शुल्क कोचिंग का फायदा उठा सकें. गौरतलब है कि बस्तर के ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर छात्र 12वीं में अच्छे मार्क्स लाने के बाद भी कोचिंग की महंगी फीस होने की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा नहीं ले पाते हैं. इन्हीं बच्चों की मदद के लिए युवोदय एकेडमी खोली गई है जहां एक्सपर्टस टीचर्स छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग दे रहे हैं.

सांसद दीपक बैज ने किया निरीक्षण
वहीं, बस्तर के सांसद दीपक बैज भी इस युवोदय एकेडमी का निरीक्षण करने पहुंचे और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में भाग ले रहे युवाओं से चर्चा की और कहा कि अब बस्तर बदल रहा है. इस युवोदय एकेडमी और ई-लाइब्रेरी (e-library) बनने से बस्तर संभाग के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र (rural area) के युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पास हो कर आने वाले दिनों में ऊंचे पद पर बैठेंगे. साथ ही प्रदेश का यह पहला लाइब्रेरी होगा जहां कई विषयों की परीक्षाएं आयोजित (Exams held) किए जा रहे हैं.

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ई-लाइब्रेरी और नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा

बस्तर के युवाओं को किसी अन्य बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है. दीपक बैज ने कहा कि खास कर ई-लाइब्रेरी (e-library) और युवोदय एकेडमी में नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दिए जाने से निश्चित तौर पर इससे बस्तर के सुदूर अंचल में रहने वाले छात्रों को इसका फायदा मिलेगा और पीएससी(psc), यूपीएससी (UPSC) व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) में वे हिस्सा ले सकेंगे. दीपक बैज ने कहा कि ऐसे एकेडमी के संचालन (Academy's Operations) के लिए किसी तरह की कोई सुविधा की कमी ना हो इसके लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.


वर्तमान समय में समूचे बस्तर जिले के 70 से 80 बच्चे इस युवोदय एकेडमी में नि:शुल्क कोचिंग का फायदा ले रहे हैं और आज ही कई छात्र रायपुर में होने वाले NIT की परीक्षा में भी शामिल होने राजधानी के लिए निकल गए हैं. यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में छात्र और खास कर आदिवासी अंचलों के युवा NIT और JEE जैसे परीक्षा में शामिल होने के लिए रायपुर की और कुच किए हुए हैं.

जगदलपुरः बस्तर में छात्रों को बेहतर शिक्षा (better education) उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला प्रशासन (Administration) की ओर से एक बड़ी पहल के तहत जिले में युवोदय एकेडमी की स्थापना की गई है. शहर के जिला ग्रंथालय में इस युवोदय एकेडमी को खोला गया है. जहां प्रशासन की तरफ से गरीब छात्र-छात्राओं (poor students) को नि:शुल्क कोचिंग (free coaching) की सुविधा दी जा रही है.

युवोदय एकेडमी बस्तर जिले के सुदूर अंचल के मेधावी और प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) से जुड़े विद्यार्थियों के लिए खोला गया है, जहां छात्र को NIT, JEE, IIT, और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के साथ ही बोर्ड परीक्षाओं के लिए नि:शुल्क कोचिंग और उनके अनुरूप पढ़ाई और कक्षा की सुविधा और माहौल देने के लिए इस एकेडमी की स्थापना की गयी है. बस्तर के सांसद दीपक बैज ने भी इस युवोदय एकेडमी का निरीक्षण किया.

निजी कोचिंग सेंटरों पर महंगी फीस
दरअसल, हर साल बस्तर में NIIT और JEE जैसे प्रतियोगी परीक्षाओं में बस्तर से बहुत ही कम छात्र हिस्सा लेते हैं. जिसका सबसे बड़ा कारण कोचिंग सेंटरों में महंगी फीस होना होता है. इसी बात को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन (district administration) ने युवोदय एकेडमी की स्थापना की है. इस एकेडमी के माध्यम से न सिर्फ छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दी जा रही है, बल्कि उन्हें ऐसे परीक्षाओं में शामिल होने के लिए बकायदा पूरी तरह से तैयार भी किया जा रहा है.

जिससे 12वीं कक्षा में टॉप करने के बाद वे आसानी से NIT और JEE की परीक्षा के लिए नि:शुल्क कोचिंग का फायदा उठा सकें. गौरतलब है कि बस्तर के ग्रामीण क्षेत्र के अधिकतर छात्र 12वीं में अच्छे मार्क्स लाने के बाद भी कोचिंग की महंगी फीस होने की वजह से प्रतियोगी परीक्षाओं में हिस्सा नहीं ले पाते हैं. इन्हीं बच्चों की मदद के लिए युवोदय एकेडमी खोली गई है जहां एक्सपर्टस टीचर्स छात्रों को नि:शुल्क कोचिंग दे रहे हैं.

सांसद दीपक बैज ने किया निरीक्षण
वहीं, बस्तर के सांसद दीपक बैज भी इस युवोदय एकेडमी का निरीक्षण करने पहुंचे और विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में भाग ले रहे युवाओं से चर्चा की और कहा कि अब बस्तर बदल रहा है. इस युवोदय एकेडमी और ई-लाइब्रेरी (e-library) बनने से बस्तर संभाग के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र (rural area) के युवा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा में पास हो कर आने वाले दिनों में ऊंचे पद पर बैठेंगे. साथ ही प्रदेश का यह पहला लाइब्रेरी होगा जहां कई विषयों की परीक्षाएं आयोजित (Exams held) किए जा रहे हैं.

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ई-लाइब्रेरी और नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा

बस्तर के युवाओं को किसी अन्य बड़े शहरों में जाने की आवश्यकता नहीं है. दीपक बैज ने कहा कि खास कर ई-लाइब्रेरी (e-library) और युवोदय एकेडमी में नि:शुल्क कोचिंग की सुविधा दिए जाने से निश्चित तौर पर इससे बस्तर के सुदूर अंचल में रहने वाले छात्रों को इसका फायदा मिलेगा और पीएससी(psc), यूपीएससी (UPSC) व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) में वे हिस्सा ले सकेंगे. दीपक बैज ने कहा कि ऐसे एकेडमी के संचालन (Academy's Operations) के लिए किसी तरह की कोई सुविधा की कमी ना हो इसके लिए भी विशेष ध्यान दिया जाएगा.


वर्तमान समय में समूचे बस्तर जिले के 70 से 80 बच्चे इस युवोदय एकेडमी में नि:शुल्क कोचिंग का फायदा ले रहे हैं और आज ही कई छात्र रायपुर में होने वाले NIT की परीक्षा में भी शामिल होने राजधानी के लिए निकल गए हैं. यह पहला मौका है जब इतनी बड़ी संख्या में छात्र और खास कर आदिवासी अंचलों के युवा NIT और JEE जैसे परीक्षा में शामिल होने के लिए रायपुर की और कुच किए हुए हैं.

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