जगदलपुर: बस्तर में एक बार फिर कोरोना का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है. लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. एक तरफ जहां लगातार बढ़ रहे संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए स्वास्थ्य विभाग ने कमर कस ली है, तो वहीं दूसरी तरफ शत-प्रतिशत वैक्सीनेशन के लिए भी स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से जुटा हुआ है. जिले के 47 सेंटरों में कोविड-19 वैक्सीनेशन किया जा रहा है. 45 वर्ष से 60 वर्ष तक कोमाब्रीड मरीजों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है, इसके अलावा 60 वर्ष के ऊपर मरीजों का टीकाकरण अभियान जारी है. 1 अप्रैल से 45 साल से अधिक आयु के आम लोग भी कोरोना वैक्सीन लगवा सकेंगे.
सरकारी में फ्री, निजी अस्पताल में महंगा है कोरोना का इलाज
जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि बस्तर में स्वास्थ्य विभाग की टीम को कोरोना से निपटने के लिए दोहरी लड़ाई लड़नी पड़ रही है. एक तरफ जहां बस्तर में तेजी से पैर पसार रहा कोरोना से बचाव के लिए पूरे ग्रामीण अंचलों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं कोरोना के चपेट में आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने की कोशिश की जा रही है. दूसरी तरफ स्वास्थ्य विभाग का अमला कोविड वैक्सीनेशन के काम में भी पूरी तरह से जुटा हुआ है. जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि दूसरे चरण के वैक्सीनेशन में अब तक 45 वर्ष से 60 वर्ष तक के ऊपर के लोगों का वैक्सीनेशन किया जा रहा है. अब तक 58 हजार लोगों को टीका लग चुका है. लगातार स्वास्थ विभाग ग्रामीण अंचलों में टीकाकरण के लिए लोगों को जागरूक कर रहा है.
सेंटर्स में बरती जा रही सावधानी
टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि ग्रामीण अंचलों में वैक्सीनेशन के लिए लोगों में डर बना हुआ है. इस डर को दूर करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. ग्रामीणों को लगातार वैक्सीनेशन के फायदे बताए जा रहे हैं और उनका भ्रम दूर किया जा रहा है. जिला टीकाकरण अधिकारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के पास राजधानी से पर्याप्त डोज पहुंच रहे हैं. शासन के आदेश के अनुसार 1 अप्रैल से 45 वर्ष से 60 वर्ष के सभी लोगों का टीकाकरण किया जाएगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए सेंटर्स में खास सुरक्षा बरती जा रही है.