जगदलपुरः बीते 2 वर्ष से कोरोना की मार झेलने के बाद इस बार दिवाली त्योहार में राहत मिलने की उम्मीद लगाए बैठे सभी वर्ग के व्यापारियों को बस्तर में हुए बेमौसम बारिश (Rain) ने काफी निराश कर दिया है. सबसे बुरा हाल पटाखा व्यवसायियों (cracker dealer) का है. दरअसल, पिछले 4 दिनों से लगातार बस्तर में शाम होते ही तेज बारिश हो रही है.
जिस वजह से शहर के लालबाग मैदान, आड़ावाल और धरमपुरा इलाके में लगाए गए पटाखों के बाजार में बारिश ने सभी दुकानों का हाल बेहाल कर दिया है. साथ ही बारिश की वजह से पटाखा व्यवसायियों के लाखों रुपए के पटाखे बारिश में भीगकर खराब हो गए. साथ ही पटाखों में नमी आने की वजह से इस दिवाली यह पटाखे किसी काम के नहीं रहे.
शहर के पटाखा व्यवसायी इस दिवाली पर्व में अच्छा कारोबार होने की आस में लाखों रुपए की पटाखे खरीददारी की थी. लेकिन बीते 4 दिनों से इन पटाखा बाजारों में रौनक ही खत्म हो गई है और अब बारिश की वजह से लोग इन पटाखों को खरीदने बाजार में जाने से भी कटरा रहे हैं.
पटाखा व्यवसायियों (cracker dealer) ने बताया कि 2 साल दिवाली पर्व के दौरान कोरोना की वजह से उनका व्यवसाय काफी प्रभावित हुआ था. व्यापारियों ने बताया कि क्योंकि यह सीजन का व्यवसाय है और दिवाली का त्यौहार आने से पहले ही कई व्यवसायी लाखों रुपए का कर्ज लेकर पटाखे थोक में खरीदते हैं और इसे चिल्हर में बिक्री करते हैं.
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लाखों रुपए लिए थे कर्ज
2 साल कोरोना की मार झेलने के बाद सभी पटाखा व्यवसायियों को उम्मीद थी कि इस वर्ष दिवाली पर्व के दौरान पटाखों की अच्छी खासी खरीददारी होगी और लोग भी धूमधाम से पर्व को मनाएंगे. कई व्यवसाइयों ने लाखों रुपए कर्ज कर थोक में पटाखे लिए और बकायदा नगर निगम को भी टैक्स अदाकर अपनी दुकानें शहर के तीन अलग-अलग जगहों पर लगाई है. लेकिन बेमौसम बारिश की वजह से उनका व्यवसाय पूरी तरह से प्रभावित हो गया. कई पटाखा दुकानों में बारिश का पानी घुस गया. कार्टून में रखे लाखों रुपए के पटाखे भीग गए.