दुर्ग : भिलाई इस्पात संयंत्र (Bhilai Steel Plant) में एक बार फिर कर्मचारी यूनियन चुनाव की गहमागहमी शुरू हो चुकी है. जुलाई माह के अंत में यूंनियन के चुनाव हो सकते हैं. इसके लिए भिलाई इस्पात संयंत्र में यूनियन के नेता सभी विभागों में जाकर कर्मचारियों से संपर्क साध रहे हैं. बीते चुनाव में मान्यता प्राप्त इंटक यूनियन के नेता भी इस बार फिर से मान्यता प्राप्त करने के लिए कर्मचारियों के बीच अपनी उपलब्धि बता कर वोट मांग रहें हैं. स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (सेल) (Steel Authority Of India Limited) की सबसे बड़ी इकाई भिलाई इस्पात संयंत्र में जल्द ही यूनियन की मान्यता को लेकर चुनाव होंगे.
केंद्र ने दी है चुनाव की अनुमति : केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने चुनाव को हरी झंडी दे दी है. केंद्रीय श्रम आयुक्त (central labor commissioner) ने रायपुर में भिलाई इस्पात संयंत्र के अफसरों की 23 जून को एक बैठक बुलाई थी. बैठक में सभी मान्यता प्राप्त कर्मचारी यूनियनों को भी बुलाया गया था. भिलाई इस्पात संयंत्र के कर्मचारियों के हक की लड़ाई लड़ने वाले श्रमिक नेता अब यूनियन चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं. दूसरी ओर अब मुख्य श्रम आयुक्त और बीएसपी प्रबंधन के बीच चर्चा के बाद चुनाव की तारीख तय कर दी जाएगी.
कितने यूनियन हैं सक्रिय : बीते साल चुनाव जुलाई के सभी यूनियन के कार्यालयों में बैठकों का दौर शुरू ही चुका है. सभी यूनियन के नेता अपनी उपलब्धियों को गिनाने और बचे हुए कार्यों को फिर से मान्यता में आने पर प्रमुखता से पूरा कराने का वादा कर्मचारी नेताओं से कर रहें हैं. वही दूसरे नंबर पर रहने वाली सीटू यूनियन के नेता आपस में ही बिखरे हुए नजर आ रहे(union election in bhilai steel plant) हैं. भिलाई इस्पात संयंत्र में छोटे बड़े कुल 14 यूनियन सक्रिय हैं. जो समय समय पर भिलाई इस्पात संयंत्र प्रबंधन से कर्मचारी के हितों के लिए मांग करते रहे हैं.
कितने कर्मचारी डालेंगे वोट : भिलाई इस्पात संयंत्र में 16 हजार कर्मचारियों का नेतृत्व करने वाली यूनियन का चुनाव होना है. कर्मियों की चुनी गई यूनियन की मान्यता दो साल की होती है। पिछला चुनाव जीतने के बाद इंटक को यह मान्यता मिली थी,जिसका कार्यकाल अक्टूबर 2021 को समाप्त हो चुका है। इस बार चुनाव में कर्मचारियों के सुरक्षा,नया पे स्केल,आवास, इलाज, वेज रिवीजन के मुद्दे प्रमुख रहेंगे.