दुर्ग : खाद्य विभाग की सहायक संचालक सीमा अग्रवाल के नेतृत्व में बुधवार को सुबह 11 बजे पांच सदस्यीय टीम भिलाई (Food inspector raided the durg) पहुंची. टीम ने वार्ड 25 में संचालित बढ़ते कदम खाद्य सुरक्षा एवं उपभोक्ता सेवा सहकारी समिति मर्यादित दुकान का मुआयना किया. इस दुकान का संचालन परविंदर सिंह करते हैं. लेकिन परविंदर की दुकान किराए से रघुनंदन साव चलाते हैं. रघुनंदन से बातचीत में पता चला कि वार्ड क्रमांक 33 में इसी दुकान का गोदाम भी है. जिसके बाद टीम ने रघुनंदन से उचित मूल्य दुकान का गोदाम दूसरी जगह पर बनाने का कारण पूछा .
कोचिए से चावल किया जब्त : दरअसल टीम को ये जानकारी मिली थी कि उचित मूल्य की दुकान का पीडीएस चावल कहीं और स्टोर करके बेचा जा रहा है. जिसके बाद टीम ने इस छापामार कार्रवाई का प्लान बनाया. लेकिन इस काम में शामिल कोचियों ने अपने सभी ठिकानों से पहले ही चावल को खाली करवा दिया. इसलिए टीम को बनाए गए गोदाम में कुछ नहीं मिला. टीम ने जब सुपेला के कैलाश ग्रेन में छापा मारा तो वहां भी उनके हाथ खाली ही (Black marketing of PDS rice in Bhilai) रहे.
टीम के सामने ही चावल बेचने आया हितग्राही : जब टीम कैलाश ग्रेन सेंटर के दुकान का मुआयना कर रही थी. तभी एक हितग्राही सरकारी चावल को बेचने के लिए आ पहुंचा. टीम ने उसके आने का कारण पूछा तो मामला सामने आया. इसके बाद सहायक संचालक ने हितग्राही के बयान दर्ज किए. वहीं एक गाड़ी में चावल भरकर ड्राइवर गोदाम में पहुंचा था. लेकिन टीम को देखकर भाग खड़ा हुआ.
टीम ने जारी किया नोटिस : इस पूरी कार्रवाई में रायपुर के सहायक खाद्य अधिकारी प्रतिभा राठी, दुर्ग के सहायक खाद्य अधिकारी टीएस अतरी, रायपुर के खाद्य निरीक्षक कमलेश और चंद्रकांत बघेल शामिल थे. सरकारी दुकान का गोदाम दूर बनाने, हितग्राही को दिए गए चावल को खरीदने के साथ चावल की कालाबाजारी करने के आरोप में परविंदर सिंह और रघुनंदन साव को नोटिस जारी किया गया है.