दुर्गः छत्तीसगढ़ नगरीय चुनाव के नजदीक आने के साथ ही राज्य में राजनीतिक गहमा-गहमी बढ़ गई है. पार्टी से जुड़े उम्मीदवारों को जीत दिलाने की दिशा में कई बड़े नेता अब लोगों के बीच में पहुंच रहे हैं. इस कोशिश में कई बार जनप्रतिनिधियों को मतदाताओं के विरोध का सामना भी करना पड़ जा रहा है.
यह स्थिति बुधवार को दुर्ग के वार्ड 34 राजीव नगर में देखने को मिला. कांग्रेस प्रत्याशी राजेश चौधरी के पक्ष में जनता से वोट मांगने के लिए मौजूदा भिलाई नगर विधायक व पूर्व महापौर देवेंद्र यादव वहां पहुंचे. मतदाता आक्रोशित हो गए (voters were outraged) और उन्होंने देवेंद्र यादव से वार्डों में कई समस्या होने की बात कही. इतने में विधायक देवेंद्र यादव ने मतदाताओं को आश्वासन देने की कोशिश की.
पहले से परेशान मतदाता आश्वासन देने पर फिर से नाराज हो गए. स्थानीय विधायक व पूर्व महापौर देवेंद्र यादव वापस जाओ के नारे लगाने शुरू कर दिए. हालात बिगड़ता देख देवेंद्र यादव अपने कांग्रेस प्रत्याशी व समर्थकों के साथ आगे चलते बने. लोगों का कहना है कि स्थानीय विधायक व पूर्व महापौर देवेंद्र यादव ने पटरी पर के लोगों के लिए कुछ भी नहीं किया. यहां समस्याओं का अम्बार है. उनसे कई बार समस्याओं के बारे में अवगत कराया गया. कभी इस वार्ड में झांकने तक नहीं आये. समस्या का समाधान भी नहीं किया.
समस्याओं से जूझ रहे लोग
वार्ड 34 राजीव नगर में पिछले कई सालों से नाली, सड़क, गंदगी और पानी की समस्या से लोग जूझ रहे हैं. इसकी शिकायत कई बार स्थानीय जनप्रतिनिधि व नगर निगम से की गई. नेताओं के आश्वासन मिलने से नाराज आज मतदाताओं ने चुनावी प्रचार-प्रसार के दौरान भिलाई नगर विधायक व पूर्व महापौर देवेंद्र यादव को समस्याओं का पुलिंदा बताते हुए वापस जाओ के नारे लगाए.
देवेंद्र यादव भिलाई नगर विधान सभा से विधायक हैं. भिलाई नगर निगम के पूर्व महापौर रह चुके हैं. देवेंद्र यादव मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेहद करीबी विधायकों में से एक माने जाते हैं. वह भिलाई नगर विधानसभा से कांग्रेस से विधायक भी हैं और पूर्व में भिलाई नगर निगम के महापौर रह चुके हैं. ऐसे में मौजूदा सत्ताधारी के नेताओं से लोगों के नाराज होने के पीछे माना जा रहा है कि मौजूदा होने वाले नगरीय निकाय चुनाव में कांग्रेस को इसका खामियाजा पड़ सकता है.
कांग्रेस मंत्री का हिंदू संगठन ने किया था विरोध
कुछ दिन पहले ही प्रदेश के कद्दावर मंत्री व दुर्ग जिले के प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर संत रविदास नगर वार्ड 37 में कांग्रेस प्रत्याशी अब्दुल मन्नान के पक्ष में प्रचार करने के लिए पहुंचे थे. उसी समय हिंदू संगठनों से उनका सामना हो गया था. हिंदू संगठनों ने मोहम्मद अकबर के काफिले को देखते हुए वहां पर मंत्री का विरोध करने लग गए थे. हिंदू संगठनों का विरोध देखते हुए मंत्री मोहम्मद अकबर ने बिना प्रचार किए ही वहां से चले गए थे.
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दस सालों से भिलाई नगर निगम पर कांग्रेस का कब्जा
पिछले 10 सालों से भिलाई नगर निगम पर कांग्रेस का कब्जा है. इससे पहले भिलाई नगर निगम में कांग्रेस से महापौर निर्मला यादव थीं, जो वर्तमान में भाजपा में शामिल हो गई हैं. उसके बाद भिलाई नगर निगम में कांग्रेस महापौर के रूप में देवेंद्र यादव सत्ता में आए थे. लगातार 10 वर्षों तक कांग्रेस भिलाई नगर निगम में काबिज थी.
लेकिन इस 10 सालों में शायद भिलाई नगर निगम क्षेत्र की जनता का समस्याओं का समाधान नहीं हुआ. शायद इसलिए इस बार नगर निगम चुनाव में कांग्रेस के प्रचार में जनता का (People's opposition to Congress's campaign) विरोध का सामना करना पड़ रहा है. अब देखने वाली बात यह होगी कि जनता जनार्दन अपना कीमती वोट देकर भिलाई नगर निगम में किसको सत्ता का ताज पहनाती है.