बेमेतरा : जनपद पंचायत में अध्यक्ष कुमारी बाई जायसवाल (Bemetara Janpad Panchayat President) के खिलाफ सदस्यों का लाया गया प्रस्ताव पूर्ण बहुमत के साथ पारित हो गया. लेकिन उपाध्यक्ष मिथलेश वर्मा के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव को विश्वास मत हासिल नहीं हो पाया. जिसके कारण उपाध्यक्ष के लिए लाया गया अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया.
26 अप्रैल को हुई वोटिंग : आपको बता दें कि बेमेतरा जनपद पंचायत में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया था.जिसके लिए 26 अप्रैल को वोटिंग के लिए दिन निर्धारित हुआ था. अविश्वास प्रस्ताव के लिए एसडीएम दुर्गेश वर्मा (Bemetara SDM Durgesh Verma) को पीठासीन अधिकारी नियुक्त किया गया था.
![Bemetara district president will have to leave the chair](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-bmt-02-janpad-bmt-no-confidence-motion-avb-cg10007_26042022172344_2604f_1650974024_1056.jpg)
उपाध्यक्ष की बची कुर्सी: प्रथम पाली में अध्यक्ष पद के लिए 11:00 से 2:00 बजे तक और उपाध्यक्ष पद के लिए 3 बजे से 4 बजे अविश्वास मतदान रखा गया. कुल 23 सदस्यों वाले जनपद पंचायत बेमेतरा में कांग्रेस समर्थित अध्यक्ष कुमारी बाई जायसवाल के विरुद्ध 21 मत पड़े. जिसके कारण उनका अविश्वास प्रस्ताव पारित हो गया. वहीं उपाध्यक्ष मिथिलेश वर्मा के विरुद्ध उपस्थित एवं मतदान करने वालों की संख्या पूर्ण नहीं होने के कारण अविश्वास प्रस्ताव ध्वस्त हो गया. जिसके कारण उपाध्यक्ष अपनी कुर्सी बचाने में सफल हो गए.
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पहले भी लाया गया था अविश्वास प्रस्ताव : आपको बता दें कि एक वर्ष पहले भी जनपद अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था. लेकिन वह ध्वस्त हो गया था. वहीं इस बार सदस्यों की सहमति से लाया गया अविश्वास प्रस्ताव बहुमत के कारण पारित हो गया. जिसकी वजह से अब अध्यक्ष को अपनी कुर्सी खाली करनी होगी.