धमतरी : योग के प्रति एक सरकारी स्कूल और उस स्कूल के बच्चों की दीवानगी इस कदर (Yoga craze in Dhamtari school) है कि अब इस स्कूल से हर साल कई बच्चे अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं.यहां के बच्चे योग को न सिर्फ निरोग रहने और एकाग्रता का सबसे अच्छा तरीका मानते हैं बल्कि योग को अपना कैरियर भी बना रहे हैं.योग के प्रति इस स्कूल और बच्चों की दीवानगी का आलम यह है कि अभी तक इस स्कूल से 6 से अधिक छात्र-छात्राओं ने नेशनल और इंटरनेशनल प्रतियोगिताओं में गोल्ड से लेकर कई पदक हासिल कर उपलब्धि बनाई है.
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिली पहचान : बताया जाता है कि कभी इसी स्कूल से योग के प्रतिभावान खिलाड़ी दामिनी साहू (Pass school student got international recognition) ने योगा के कई प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल हासिल कर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर योगा को अलग पहचान दिलाई,जो खेल शिक्षक राजकुमार साहू और स्कूल प्रबंधन के सहयोग से योग की इतनी उम्दा खिलाड़ी बन गई कि 2017 में उन्होंने काठमांडू में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग खेल की स्पर्धा में नेपाल,बांग्लादेश की टीम को सेमीफाइनल हराते हुए और फाइनल में पाकिस्तान की खिलाड़ी को हराकर गोल्ड मेडल हासिल किया था.
छात्रों का बढ़ रहा है जोश : योगा का ट्रेनिंग ले रहे इस स्कूल के छात्र और पास आउट छात्रों का कहना (Separate class of Yoga in Darra School) है कि ''योग करने से बहुत फायदा है योग से मन एकाग्र होती है और एकाग्रता से पढ़ाई में उन्हें काफी मदद मिलती है.इसके साथ ही कई प्रकार की बीमारियां भी दूर होती है. आज योग लोगों की जीवन के लिए महत्वपूर्ण है.बच्चे बताते है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ योगा भी करते हैं. योगा को सिर्फ प्रतियोगिता की तौर पर नहीं दिखते बल्कि इसे करियर बनाना चाहते है. बहरहाल योग के प्रति इस स्कूल का यह जुनून बेहद ही काबिले तारीफ है, साथ ही उत्साह दूसरों को भी योग के प्रति उत्साहित कर रहा है.