धमतरी: छत्तीसगढ़ सरकार की महत्वकांक्षी योजना की धज्जियां उड़ती नजर आ रही है. धमतरी के बठेना पारा वार्ड स्थित स्वामी आत्मानन्द स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे अब नशे के आदी होने लगे हैं. ये बच्चे स्कूल यूनिफार्म में ही बीड़ी सिगरेट और शराब पीते देखे जा रहे हैं. साथ ही गाड़ी स्पीड चलाते है. शनिवार को धमतरी के बठेना पारा और सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड के वार्डवासी बड़ी संख्या में स्वामी आत्मानन्द स्कूल पहुंचे. इस हालात से वार्डवासी परेशान हैं. dhamtari crime news
बच्चों पर लगाम कसने की कोशिश शुरू: अब आत्मानंद स्कूल के साथ मिलकर ऐसे बच्चों पर लगाम कसने की कोशिश शुरू की है. शनिवार को बठेना पारा और सरदार वल्लभ भाई पटेल वार्ड के वार्डवासी बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे. प्राचार्य को आवेदन देकर ऐसे बच्चों पर उचित कार्यवाही की मांग की है. जिस पर प्राचार्य ने स्कूल में कड़ाई से अनुशासन का पालन करवाने की बात कह रहे है. ऐसे बच्चों के पालकों से बात करने की बात कही जा रही है.
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बच्चे नशे की गिरफ्त में जा रहे: प्राचार्य से स्कूली बच्चों की शिकायत की वार्डवासियों ने बताया कि "एमआरडी हायकर सेकण्डरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे बिगड़ते जा रहे है. आज कल स्कूल टाईम में युनिफार्म पहने बच्चे शराब भट्टी में शराब खरीदते और मुक्तिधाम में शराब एवं अन्य नशीले पदार्थ का सेवन करते देखे गये है. बच्चे नशे की गिरफ्त में आते जा रहे है. इसके साथ ही बाईक से आने जाने वाले बच्चे हाई स्पीड से सड़कों में वाहन चलाते हैं. जिससे कभी भी दुर्घटना हो सकती है.
पालकों का मीटिंग रखने की मांग: वार्डवासियों का कहना है कि इस प्रकार के बच्चों के पालकों का मीटिंग रखकर समझाईश दिया जाए. उसके बाद भी बच्चे शराब दुकान, मुक्तिधाम में पाये जाते हैं या हाई स्पीड गाड़ी चलाने से बाज नहीं आते है. तो ऐसे बच्चों के ऊपर कार्रवाई करते हुए तत्काल टीसी प्रदान कर स्कूल से निकाला जाय. नहीं तो उन बच्चों के साथ पढ़ने वाले अन्य बच्चे भी नशे की गिरफ्त में आकर किसी अपराध को अंजाम दे सकते हैं. वार्डवासियों ने स्कूल के नशेड़ी बच्चों के प्रमाण देने की बात भी कह रहे हैं.इस सम्बंध में स्कूल प्राचार्य का कहना है कि "स्कूल में बच्चों द्वारा किसी भी प्रकार के वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है. उसके साथ ही बच्चों को कड़ाई से अनुशासन का पालन करवाया जाता है." वहीं ऐसे बच्चों के पालकों से बात करने की बात कही जा रही है.