धमतरी: धमतरी की कुंवर बाई ने देश के स्वच्छता अभियान (Sanitation messenger Kunwar Bai) के लिए अपनी बकरियां बेच दी थी और 100 साल की उम्र में शौचालय बनाने का संदेश दिया था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उनके पैर छू लिए थे. उसी कुंवर बाई के गांव का पहुंच मार्ग आज मरम्मत को तरस रहा है. धमतरी में गंगरेल बांध की तट के पास बसा कोटाभर्री गांव का पहुंच मार्ग कच्चा है. भारी बारिश के कारण सड़क बुरी तरह से जर्जर हो चुका है. इसी सड़क से बच्चों को स्कूल आना जाना पड़ता है. Kunwar Bai village in bad condition
सड़क की मांग नहीं हुई पूरी: ग्रामीणों ने बताया कि "कई बार लोग घायल भी हो चुके है. प्रशासन से बार बार इसे पक्की सड़क में बदलने की मांग कर चुके हैं. लेकिन कोई सुनवाई नहीं है. अभी फिर से हम ग्रामीणों ने वही मांग रखी है.
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डामरीकरण करने की मांग: धमतरी जिले से महज 12 किलोमीटर दूर कोटाभर्री गांव है. जहां वह बुजुर्ग महिला रहती थी, जिसका देश के प्रधानमंत्री ने पैर छूकर सम्मानित किया था. देश की ऐसी बुजुर्ग महिला जिसने अपने लिए शौचालय बनाने के लिए अपनी बकरियां बेच दीं. आज उसी के गांव के पहुंच मार्ग के लिये ग्रामीण गुहार लगाते फिर रहे हैं. एक बार फिर ग्रामीणों ने रुद्री बैराज से बरारी पहुंच मार्ग में डामरीकरण करने की मांग प्रशासन से की है.
आवागमन में हो रही परेशानी: ग्रामीणों ने बताया कि जिला मुख्यालय से मात्र 6 किलोमीटर दूरी पर स्थित है. इसके बाद भी गांव का जाने का मार्ग कच्ची है. जहां ग्राम वासियों को आवागमन में काफी परेशानी हो रही है. स्कूली बच्चे गिरकर दुर्घटना का शिकार हो रहे हैं. ग्रामीणों की मांग है कि शासन प्रशासन इस ओर ध्यान दें. जल्द डामरीकरण कर ग्रामवासियों की समस्या का समाधान करे. ग्रामीणों के आवेदन पर धमतरी क्लेक्टर ने सड़क की मरम्मत का आश्वासन दिया है.