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Dhamtari viral video : लोटे के अंदर फंसी बंदर की जान - Monkey in trouble in the city of Dhamtari

धमतरी में एक बंदर की जान लोटे में अटक गई. बंदर की मां उसे मुसीबत में देखकर मौके पर आई और लोटे के साथ उसे लेकर पेड़ पर चढ़ (life of a monkey trapped inside a pot in Dhamtari) गई.

life of a monkey trapped inside a pot in Dhamtar
धमतरी के नगरी में मुसीबत में बंदर
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Published : May 23, 2022, 4:44 PM IST

Updated : May 23, 2022, 7:10 PM IST

धमतरी : जिले में एक अजीबोगरीब वाक्या देखने को मिला. नगरी क्षेत्र के काष्ठागार में कुछ लोगों ने एक बंदर को देखा, जिसकी गोद में उसका बच्चा (Monkey in trouble in the city of Dhamtari) था. लेकिन इस बच्चे की सिर की जगह तांबे का एक लोटा नजर आ रहा था. लोगों ने बंदर को देखते ही माजरा समझ लिया कि जरुर बच्चे ने पानी पीने के लिए अपनी गर्दन लोटे में डाली होगी और वो उसी में फंस गया होगा. लोगों ने वनविभाग को इस बात की सूचना दी लेकिन वन विभाग इस बेबी मंकी के सिर से लोटा निकालने में कामयाब नहीं हो सका.

मुश्किल में कैसे फंसा बंदर : जब हमने इसके बारे में तस्दीक से पता लगाया तो पता चला कि बंदर के सिर में जो लोटा फंसा है, वो दरअसल एक मंदिर का है. नगरी के काष्ठागार क्षेत्र में एक शिव मंदिर है. जहां कई बंदर पानी और खाने की तलाश में आते हैं. इसी मंदिर के प्रांगण में भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए एक लोटा रखा था. बंदर की टोली जब मंदिर पहुंची तो बेबी मंकी ने लोटे में पानी देखा. पानी पीने के लिए उसने अपना पूरा सिर ही लोटे में डाल दिया. बेबी मंकी की प्यास तो बुझ गई लेकिन उसकी गर्दन में एक मुसीबत अटक गई. क्योंकि जिस लोटे में उसने अपना सिर डाला था. वो अब बाहर नहीं आ रहा था.

धमतरी के नगरी में मुसीबत में बंदर

बंदर की मां को हुई चिंता : अपने जिगर के टुकड़े को मुश्किल में देखकर हर मां परेशान हो जाती है. ठीक ऐसे ही बेबी मंकी की मां को जब ये मुसीबत नजर आई तो वो तुरंत उसके पास पहुंची और बंदर को लोटे समेत अपनी गोद में चिपका लिया. बंदर की मां उसे अपने साथ ऊंचे पेड़ में ले गई और सुरक्षित जगह देखकर बैठ गई.

कैसे निकला सिर से लोटा : वन विभाग को इस बात की सूचना देने के बाद भी किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. बहरहाल दो दिनों तक बंदरिया अपने बच्चे को लेकर यहां-वहां राहत की तलाश में भटकती रही. शायद ऊपरवाले को भी बंदर के बच्चे पर दया आ गई. लिहाजा दो दिनों बाद आश्चर्यजनक तरीके से ये लोटा बेबी मंकी के सिर से निकल गया. जिसके बाद बेबी मंकी की जान बच सकी.

मध्यप्रदेश में भी सामने आ चुका है मामला : एमपी के नर्मदापुरम में एक ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जब दूध पीने के दौरान बिल्ली का मुंह स्टील के डिब्बे में फंस गया. कोठीबाजार की इस घटना में बिल्ली का मुंह डिब्बे से नहीं निकलने पर वह पूरे कमरे में दीवारों में सिर मारती रही. इधर से उधर दौड़ती रही. सारी कोशिश करने के बाद जब बिल्ली का मुंह बर्तन से नहीं निकला तो आखिरकार घर के मालिक ने बिल्ली को मुसीबत से छुटकारा दिलाया. इस दौरान लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था.

ईटीवी भारत की अपील: हमारी अपने दर्शकों से अपील है कि यदि आपके आसपास कोई बेजुबान मुसीबत में है तो उसका उपहास ना उड़ाएं. जिसे आप मजाक समझ रहे हैं, उससे उसकी जान भी जा सकती है. इसलिए यदि आप मदद नहीं कर सकते तो कम से कम मदद करने वालों को ऐसे जानवरों तक पहुंचाएं ताकि उसकी जान बचाई जा सके.

धमतरी : जिले में एक अजीबोगरीब वाक्या देखने को मिला. नगरी क्षेत्र के काष्ठागार में कुछ लोगों ने एक बंदर को देखा, जिसकी गोद में उसका बच्चा (Monkey in trouble in the city of Dhamtari) था. लेकिन इस बच्चे की सिर की जगह तांबे का एक लोटा नजर आ रहा था. लोगों ने बंदर को देखते ही माजरा समझ लिया कि जरुर बच्चे ने पानी पीने के लिए अपनी गर्दन लोटे में डाली होगी और वो उसी में फंस गया होगा. लोगों ने वनविभाग को इस बात की सूचना दी लेकिन वन विभाग इस बेबी मंकी के सिर से लोटा निकालने में कामयाब नहीं हो सका.

मुश्किल में कैसे फंसा बंदर : जब हमने इसके बारे में तस्दीक से पता लगाया तो पता चला कि बंदर के सिर में जो लोटा फंसा है, वो दरअसल एक मंदिर का है. नगरी के काष्ठागार क्षेत्र में एक शिव मंदिर है. जहां कई बंदर पानी और खाने की तलाश में आते हैं. इसी मंदिर के प्रांगण में भोलेनाथ को जल चढ़ाने के लिए एक लोटा रखा था. बंदर की टोली जब मंदिर पहुंची तो बेबी मंकी ने लोटे में पानी देखा. पानी पीने के लिए उसने अपना पूरा सिर ही लोटे में डाल दिया. बेबी मंकी की प्यास तो बुझ गई लेकिन उसकी गर्दन में एक मुसीबत अटक गई. क्योंकि जिस लोटे में उसने अपना सिर डाला था. वो अब बाहर नहीं आ रहा था.

धमतरी के नगरी में मुसीबत में बंदर

बंदर की मां को हुई चिंता : अपने जिगर के टुकड़े को मुश्किल में देखकर हर मां परेशान हो जाती है. ठीक ऐसे ही बेबी मंकी की मां को जब ये मुसीबत नजर आई तो वो तुरंत उसके पास पहुंची और बंदर को लोटे समेत अपनी गोद में चिपका लिया. बंदर की मां उसे अपने साथ ऊंचे पेड़ में ले गई और सुरक्षित जगह देखकर बैठ गई.

कैसे निकला सिर से लोटा : वन विभाग को इस बात की सूचना देने के बाद भी किसी ने इसे गंभीरता से नहीं लिया. बहरहाल दो दिनों तक बंदरिया अपने बच्चे को लेकर यहां-वहां राहत की तलाश में भटकती रही. शायद ऊपरवाले को भी बंदर के बच्चे पर दया आ गई. लिहाजा दो दिनों बाद आश्चर्यजनक तरीके से ये लोटा बेबी मंकी के सिर से निकल गया. जिसके बाद बेबी मंकी की जान बच सकी.

मध्यप्रदेश में भी सामने आ चुका है मामला : एमपी के नर्मदापुरम में एक ऐसा ही मामला सामने आ चुका है, जब दूध पीने के दौरान बिल्ली का मुंह स्टील के डिब्बे में फंस गया. कोठीबाजार की इस घटना में बिल्ली का मुंह डिब्बे से नहीं निकलने पर वह पूरे कमरे में दीवारों में सिर मारती रही. इधर से उधर दौड़ती रही. सारी कोशिश करने के बाद जब बिल्ली का मुंह बर्तन से नहीं निकला तो आखिरकार घर के मालिक ने बिल्ली को मुसीबत से छुटकारा दिलाया. इस दौरान लोगों ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल भी किया था.

ईटीवी भारत की अपील: हमारी अपने दर्शकों से अपील है कि यदि आपके आसपास कोई बेजुबान मुसीबत में है तो उसका उपहास ना उड़ाएं. जिसे आप मजाक समझ रहे हैं, उससे उसकी जान भी जा सकती है. इसलिए यदि आप मदद नहीं कर सकते तो कम से कम मदद करने वालों को ऐसे जानवरों तक पहुंचाएं ताकि उसकी जान बचाई जा सके.

Last Updated : May 23, 2022, 7:10 PM IST
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