धमतरी: कभी धमतरी में सफर करने वालों की पहली पसंद रही सिटी बसें आज कबाड़ में तब्दील हो चुकीं (Buses turning into junk in Dhamtari ) हैं. बसों के सड़क से गायब होने के बाद आज लोगों की समस्या बढ़ गई है. इधर प्रशासन बसों (City Bus Service in Dhamtari) को फिर से शुरू करने के लिए शासन स्तर पर पत्राचार कर रहा है. लेकिन अब तक कोई नतीजा नहीं निकला है. महंगाई और कोरोना ने पहले ही आम आदमी की कमर तोड़ रखी है. ऐसे में ग्रामीणों को शहर तक आने-जाने के लिए शुरू की गई सस्ती सेवा भी वेंटिलेटर पर है.
किसको हो रहा है नुकसान : धमतरी जिला मुख्यालय में रोजाना जिले भर से लोगों का आना-जाना होता है. कोई दफ्तर में काम लेकर आता है तो कोई बाजार व्यापार के सिलसिले में आता है. ग्रामीण रास्तों में ऐसे कोई सार्वजनिक साधन नहीं हैं, जिससे आने-जाने की सुविधा मिले. लोगों को अपने स्तर पर साधन की व्यवस्था करनी पड़ती है. कभी इन सड़कों पर सिटी बसें दौड़ा करती थी. कुछ सालों तक चलती रही और लोगों की पहली पसंद भी थी.
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क्यों बंद हो गई सिटी बस सेवा: करीब 3-4 साल पहले धमतरी में सिटी बस सेवा अचानक बन्द हो गई. धमतरी में सिटी बस सर्विस पहले रायपुर अर्बन सोसायटी के माध्यम से ठेके पर दी गई थी. जिले को 7 बसें दी गई थी. खराब प्रबंधन और ठेकेदार की लापरवाही के कारण बस सेवा ठप हो गई.
धमतरी सिटी बस सेवा की उठ रही मांग : 4 साल से सिटी बस खुले में पड़ी हुईं हैं. आलम यह है कि बसें अब कबाड़ में तब्दील होती जा रहीं हैं. इन बसों के पहिये थम जाने से लोगों की दिक्कत तो बढ़ी ही है, बहुत लोगों का रोजगार भी छिन गया है. अब ग्रामीण और स्थानीय निवासी सिटी बस सर्विस को फिर से शुरू करने की मांग कर रहे (Demand to start city bus service in Dhamtari) हैं.