धमतरी: छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के कुरूद ब्लॉक के छात्रों ने अपनी मांगों को लेकर गांव के मुख्यमार्ग पर चक्काजाम कर दिया और नारेबाजी करने लगे. छात्रों का कहना है कि वे काफी दूर से स्कूल में पढ़ने के लिए आते हैं लेकिन स्कूल में ठीक से पढ़ाई नहीं होने से वे परेशान है. छात्रों के प्रदर्शन की जानकारी जैसे ही पुलिस-प्रशासन को लगी. भखारा तहसीलदार और थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और छात्रों को समझाकर मामला शांत कराया. (Bhelwakuda Secondary School Students protest in Dhamtari )
दो क्लास की पढ़ाई एक साथ: पूरा मामला कुरुद ब्लॉक के भेलवाकूदा माध्यमिक शाला का है. जहां के छात्रों ने स्कूल में टीचर्स की कमी दूर करने सहित अन्य मांगों को लेकर चक्काजाम कर दिया. छात्रों ने बताया कि "स्कूल में शिक्षकों की कमी है. सिर्फ दो ही टीचर स्कूल में हैं. टीचर्स नहीं होने के कारण पढ़ाई नहीं हो पा रही है. 7वीं और 8वीं में 55 बच्चे हैं. लेकिन कमरा नहीं होने के कारण दोनों क्लास के बच्चों को एक साथ बैठकर पढ़ाई करनी पड़ती है. हम बहुत दूर से स्कूल पढ़ने के लिए आते हैं लेकिन स्कूल में ठीक से पढ़ाई नहीं हो पाती है. स्कूल में पीने के पानी की व्यवस्था भी नहीं है. जिससे पानी के लिए भटकना पड़ता है."
हसदेव बचाओ आंदोलन के समर्थन में मेधा पाटकर सहित कई दिग्गज
असामाजिक तत्व स्कूल में मचाते हैं उत्पात: गांव के सरपंच कन्हैया साहू ने बताया कि " बाहरी उपद्रवी आकर स्कूल की पानी टंकी तोड़ देते हैं. जिसकी शिकायत पंचायत और थाने में भी की गई है. लेकिन बार-बार उपद्रवी आकर उत्पात मचा रहे हैं. शिक्षक समिति की तरफ से भी इसकी शिकायत की गई है. स्कूल में पानी की कोई कमी नहीं है लेकिन पानी टंकी तोड़ने के कारण अव्यवस्था हो रही है.
इस मामले में जिला शिक्षा विभाग ने बताया कि "1 जुलाई से भेलवा कूदा में नया शिक्षक नियुक्त कर दिया जाएगा. स्कूल में एक कमरा जो बंद है उसे खुलवाया जा रहा है. जिससे जगह की कमी दूर हो जाएगी".. स्कूल में प्राचार्य सहित 5 शिक्षकों के पद स्वीकृत है, जबकि 2 शिक्षक ही उपलब्ध है. हालांकि कहा जा रहा है कि 1 जुलाई से स्कूल में 4 शिक्षक पढ़ाएंगे".