बिलासपुरः मुख्यमंत्री के निर्देश पर बिलासपुर कलेक्टर ने जनचौपाल लगाकर लोगों की समस्या सुनी. जनचौपाल में आने वाले कुछ लोग तो पिछले कई सालों से कलेक्टर को ज्ञापन देते आ रहे हैं लेकिन अब तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हुआ है. उन्हें उम्मीद है कि शायद मुख्यमंत्री के निर्देश पर लगने वाले जमचौपाल के माध्यम से उनकी समस्या का समाधान हो जाएगा.
कोरोनाकाल के दौरान प्रदेश से बाहर गए मजदूरों को वापस लाने और उनके घर तक पहुचाने बसों की व्यवस्था जिला प्रशासन के द्वारा किया गया. इस काम में रतनपुर के नीरज बस सर्विस की दो बसों को भी लगाया गया था. नीरज बस सर्विस की दोनों बसों से दूसरे प्रदेश से आने वाले मजदूरों को उनके गांव पहुंचाया गया था. इस काम में लगाने के बाद बस मालिक को इसका भुगतान भी करना था, लेकिन जिला प्रशासन ने अब तक इसका भुगतान नही किया है. आज बस मालिक राजकुमार सोनी कलेक्टर के जनचौपाल में पहुंचे थे.
बस्तर पहुंचे JCCJ Chief Amit Jogi, जगदलपुर को उप राजधानी बनाने की मांग
लॉकडाउन में किया गया था बसों का इस्तेमाल
उन्होंने बताया कि कोरोनाकाल के पहले लॉकडाउन में उनकी दोनों बस को लगाया गया था. जिसका भुगतान नहीं किया गया है. दो साल में कई बार वे कलेक्टर के समक्ष आवेदन लगा चुके हैं. इसके बाद भी उनका 2 लाख रुपए भुगतान रुका हुआ है. समय पर भुगतान नहीं होने से उनके बसों को फाइनेंस कंपनी किस्त नहीं पटने पर सीज कर ली. उनके पास भूख मरने की नौबत आ गई है. नीरज बस के मालिक राजकुमार सोनी कहते हैं भूख से मरने की बजाए वो पूरे परिवार सहित आत्मदाह कर लेंगे. उन्होंने कहा जल्द भुगतान नहीं किया गया तो वो पूरे परिवार सहित आत्मदाह करेंगे.
इस मामले में प्रशासन की तरफ से कलेक्टर से पीड़ित ने कई बार आवेदन के माध्यम से गुहार लगाई है. पीड़ित ने बताया कि वो स्वयं कई बार कलेक्टर से मिले हैं लेकिन उनकी फरियाद सुनने के बाद कलेक्टर उन्हें जल्द भुगतान होने का आश्वासन देते रहे लेकिन अब तक भुगतान नहीं किया गया है.