बिलासपुर: सिम्स मेडिकल कॉलेज (CIMS medical college) अस्पताल के MRI डिपार्टमेंट के टेक्नीशियन से कांग्रेस नेता के किए गए मारपीट मामले ने तूल पकड़ लिया है. इस मामले में पीड़ित टेक्नीशियन तुलाचंद तांडे बुधवार रात कोतवाली थाना पहुंचा और आरोपी कांग्रेस नेता को गिरफ्तार करने की गुहार लगाई. इससे पहले कोतवाली पुलिस ने पीड़ित कर्मचारी की शिकायत और CCTV फुटेज (cctv footage) के आधार पर कांग्रेस नेता पंकज सिंह को दोषी ठहराते हुए केस दर्ज किया है.
पूरा मामला 18 सितंबर का है. कांग्रेस नेता पंकज सिंह (Congress leader Pankaj Singh) अपने किसी परिचित का MRI कराने सिम्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे थे. उन्होंने MRI डिपार्टमेंट में मरीज को ले जाकर उसका MRI कराना चाहा. इस मामले में टेक्नीशियन ने बताया कि मशीन में थोड़ी खराबी है और वह थोड़ी देर में काम करना शुरू करेगा. इस बात को लेकर कांग्रेस नेता काफी नाराज हो गए और उन्होंने टेक्नीशियन का कॉलर पकड़कर खींचते हुए ले गए.
पीड़ित ने कांग्रेस नेता की गिरफ्तारी की मांग की
इस मामले ने अब तूल पकड़ लिया है. जहां एक तरफ शहर विधायक शैलेश पांडेय आरोपी के पक्ष में थाने पहुंच गए थे वहीं दूसरी तरफ इस मामले में सिम्स के कर्मचारी संगठित हो गए हैं. बीती रात पीड़ित अपने साथियों के साथ सिटी कोतवाली पहुंचकर आरोपी की गिरफ्तारी की मांग करने लगा. पीड़ित ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी नहीं होने से उसे अपनी जान का खतरा महसूस होने लगा है. पीड़ित ने ये भी बताया कि उसे धमकी दी जा रही है. ऐसे में पीड़ित काफी डरा सहमा हुआ है और आरोपी की जल्द गिरफ्तारी करने की मांग कर रहा है.
सिम्स कर्मचारी से मारपीट करते दिख रहे हैं पंकज सिंह-दीपक झा
पुलिस ने घटनाक्रम दोहराया और वीडियोग्राफी की
इस मामले में कोतवाली पुलिस टेक्नीशियन के साथ घटनास्थल सिम्स मेडिकल कॉलेज पहुंची और बारीकी से जांच करते हुए पूरा वाक्य पीड़ित से पूछते हुए वीडियोग्राफी की. इसके अलावा जिस जगह से कांग्रेस नेता पीड़ित को खींचते हुए लेकर गया था. वहां भी पुलिस ने पहुंच कर घटनाक्रम को दोहराया. पुलिस इस मामले में काफी गंभीर नजर आ रही है.
कद्दावर मंत्री के समर्थकों को फंसाया जा रहा: शैलेश पांडे
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता के पक्ष में आए विधायक शैलेश पांडे ने इस मामले को राजनीतिक दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई करार दिया है. उन्होंने बयान दिया कि वे प्रदेश के एक कद्दावर मंत्री के समर्थक हैं. इसीलिए उनके साथ दुर्भावनापूर्ण कार्रवाई की जा रही है और चुन-चुन कर समर्थकों के खिलाफ किसी न किसी मामले में फंसाया जा रहा है. अब देखना होगा कि यह मामला राजनीतिक गलियारे में क्या रूप लेता है. पीड़ित और आरोपी के बीच हुए मारपीट में कांग्रेस की राजनीति किस ओर करवट लेती है.