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रायगढ़ के ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में AIR 44वां रैंक हासिल किया

रायगढ़: मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट में रायगढ़ के ओम प्रभु साहू ने छत्तीसगढ़ टॉप कर ऑल इंडिया में 44वां रैंक हासिल किया है. ओम प्रभु साहू ने कला एवं संस्कारधानी नगरी की माटी का मान बढ़ाया है.Om Prabhu secured rank in NEET

Om Prabhu secured AIR forty fourth rank in NEET
रायगढ़ के ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में AIR 44वां रैंक हासिल
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Published : Sep 8, 2022, 11:04 PM IST

रायगढ़: मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट में रायगढ़ के ओम प्रभु साहू ने छत्तीसगढ़ टॉप कर ऑल इंडिया में 44वां रैंक हासिल (Om Prabhu secured AIR forty fourth rank in NEET) किया है. ओम प्रभु साहू ने कला एवं संस्कारधानी नगरी की माटी का मान बढ़ाया है. महज 17 बरस में ऐसी सफलता अपने नाम करने वाले ओम प्रभु न्यूरो सर्जन बनते हुए जनसेवा की ख्वाहिश रखते हैं. ओम प्रभु साहू ने मात्र 17 साल की उम्र में ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में 99.99 पर्सेंटाइल के साथ पूरे देश में 44वां रैंक हासिल किया. ओम प्रभु साहू ने टॉप कर रायगढ़ और छत्तीसगढ़ को भी गौरवान्वित किया है. Om Prabhu secured rank in NEET

रायगढ़ के ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में AIR 44वां रैंक हासिल

सही मार्गदर्शन और मेहनत से मिली कामयाबी: बंदे अली फातमी नगर में रहने वाले साहू परिवार के लिए 7 सितंबर यादगार रहेगा. पिता कृष्णकुमार साहू तथा माता सुनीता साहू को सबसे छोटे ओम प्रभु की सफलता पर फक्र है. ओम प्रभु बताते हैं कि "बेहतर पारिवारिक माहौल मिलने पर वे नीट में हाई स्कोर कर सके हैं. साहू दम्पत्ति के सबसे बड़े बेटे राजा बाबू आईआईटी चेन्नई में एमएस कोर्स कर रहे. तो बहन अन्नू साहू भी आईआईटी हैदराबाद में पीएचडी कर रहीं हैं. सबसे बड़ी बहन डॉ स्नेहा साहू डेंटिस्ट हैं. पढ़ाई में तीनों बड़े भाई बहनों ने ओम प्रभु का मार्गदर्शन समय समय पर किया है. जिसका फल नीट के पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया 44 वां रैंक के रूप में ओम ने हासिल किया है.
यह भी पढ़ें: बिलासपुर कांग्रेस भवन जमीन आवंटन में लगी याचिका खारिज, हाईकोर्ट ने नयी याचिका लगाने दी छूट


ऑफलाइन पढ़ाई को बनाया वरदान: कक्षा दसवीं में 95 प्रतिशत पाने के बाद कोरोना काल के संकट से जूझ रहे ओम प्रभु ने हार नहीं मानी. वह अन एकेडमी ज्वॉइन करते हुए ऑनलाइन तैयारी में जुट गए. कक्षा ग्यारहवीं में रोजाना 8 घंटे और बारहवीं में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करने वाले ओम प्रभु परीक्षा नजदीक होने पर 12 से 14 घंटे तक पढ़ते रहे.

पिता का सपना करेंगे पूरा: ओम प्रभु कहते हैं कि "नीट काफी टफ है, मगर लक्ष्य बनाकर कड़ी मेहनत की जाए, तो कामयाबी की मंजिल तक जरूर पहुंचा जा सकता है." नीट पर्सेंटाइल में 99.99 जैसे हाई स्कोर अपने खाते में दर्ज करने वाले ओम प्रभु को उम्मीद थी कि उनकी मेहनत रंग जरूर लाएगी. अब वे एम्स दिल्ली में एडमिशन लेकर साढ़े 5 साल एमबीबीएस करते हुए न्यूरो सर्जन बनेंगे. पिता का है सपना है कि डॉक्टर बनकर बेटा करे गरीबों की निःस्वार्थ सेवा करे.

रायगढ़: मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम नीट में रायगढ़ के ओम प्रभु साहू ने छत्तीसगढ़ टॉप कर ऑल इंडिया में 44वां रैंक हासिल (Om Prabhu secured AIR forty fourth rank in NEET) किया है. ओम प्रभु साहू ने कला एवं संस्कारधानी नगरी की माटी का मान बढ़ाया है. महज 17 बरस में ऐसी सफलता अपने नाम करने वाले ओम प्रभु न्यूरो सर्जन बनते हुए जनसेवा की ख्वाहिश रखते हैं. ओम प्रभु साहू ने मात्र 17 साल की उम्र में ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में 99.99 पर्सेंटाइल के साथ पूरे देश में 44वां रैंक हासिल किया. ओम प्रभु साहू ने टॉप कर रायगढ़ और छत्तीसगढ़ को भी गौरवान्वित किया है. Om Prabhu secured rank in NEET

रायगढ़ के ओम प्रभु ने नीट एग्जाम में AIR 44वां रैंक हासिल

सही मार्गदर्शन और मेहनत से मिली कामयाबी: बंदे अली फातमी नगर में रहने वाले साहू परिवार के लिए 7 सितंबर यादगार रहेगा. पिता कृष्णकुमार साहू तथा माता सुनीता साहू को सबसे छोटे ओम प्रभु की सफलता पर फक्र है. ओम प्रभु बताते हैं कि "बेहतर पारिवारिक माहौल मिलने पर वे नीट में हाई स्कोर कर सके हैं. साहू दम्पत्ति के सबसे बड़े बेटे राजा बाबू आईआईटी चेन्नई में एमएस कोर्स कर रहे. तो बहन अन्नू साहू भी आईआईटी हैदराबाद में पीएचडी कर रहीं हैं. सबसे बड़ी बहन डॉ स्नेहा साहू डेंटिस्ट हैं. पढ़ाई में तीनों बड़े भाई बहनों ने ओम प्रभु का मार्गदर्शन समय समय पर किया है. जिसका फल नीट के पहले ही प्रयास में ऑल इंडिया 44 वां रैंक के रूप में ओम ने हासिल किया है.
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ऑफलाइन पढ़ाई को बनाया वरदान: कक्षा दसवीं में 95 प्रतिशत पाने के बाद कोरोना काल के संकट से जूझ रहे ओम प्रभु ने हार नहीं मानी. वह अन एकेडमी ज्वॉइन करते हुए ऑनलाइन तैयारी में जुट गए. कक्षा ग्यारहवीं में रोजाना 8 घंटे और बारहवीं में 10 से 12 घंटे पढ़ाई करने वाले ओम प्रभु परीक्षा नजदीक होने पर 12 से 14 घंटे तक पढ़ते रहे.

पिता का सपना करेंगे पूरा: ओम प्रभु कहते हैं कि "नीट काफी टफ है, मगर लक्ष्य बनाकर कड़ी मेहनत की जाए, तो कामयाबी की मंजिल तक जरूर पहुंचा जा सकता है." नीट पर्सेंटाइल में 99.99 जैसे हाई स्कोर अपने खाते में दर्ज करने वाले ओम प्रभु को उम्मीद थी कि उनकी मेहनत रंग जरूर लाएगी. अब वे एम्स दिल्ली में एडमिशन लेकर साढ़े 5 साल एमबीबीएस करते हुए न्यूरो सर्जन बनेंगे. पिता का है सपना है कि डॉक्टर बनकर बेटा करे गरीबों की निःस्वार्थ सेवा करे.

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