बिलासपुर : केंद्रीय जेल में फिर एक बंदी की मौत हो गई है. जिसके बाद फिर से जेल प्रशासन पर सवाल खड़े हुए हैं. जेल में कैदियों की लगातार हो रही मौत ने अब जेल की व्यवस्था और जेल प्रशासन की लापरवाही को सामने लाने के लिए काफी है. दो दिन पहले हुए छोटेलाल यादव का मामला अभी शांत नहीं हुआ था कि इस ने मामले ने जेल प्रशासन पर फिर संकटों के बादल मंडराने लगे हैं. इस बार जिस कैदी की मौत हुई उसकी वजह कुत्ता का काट लेना बताई जा रही (Prisoner dies in Bilaspur Central Jail)है.
क्या है पूरा मामला : 5 दिन पहले जेल में आबकारी एक्ट के तहत जेल में बंद निरुद्ध बंदी छोटेलाल यादव की मौत का मामला अभी जांच का विषय है.अब बुधवार को सेंट्रल जेल के बंदी की संदिग्ध मौत हो गई. बंदी विदेशी राम को 14 मई को रेलवे पुलिस ने चोरी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेजा था. 16 मई को उसे गंभीर हालत में सिम्स मेडिकल कॉलेज लाया गया . जहां बुधवार की शाम को उसकी मौत हो (Prisoner dies in Cims Medical College) गई.
परिजन कर रहे न्याय की मांग : जेल के भीतर उसके साथ मारपीट हुई थी. इस आरोप के साथ परिवार अब न्याय की मांग कर रहा है. बंदी का शव फिलहाल मोर्चरी में रखा गया है. गुरुवार को मजिस्ट्रेट के सामने पंचनामा किए जाने की बात कही जा रही है. परिजनों को बंदी विदेशी राम की ना तो गिरफ्तारी की सूचना दी गई थी और ना ही जेल प्रशासन ने बीमार होने या मौत की जानकारी भेजी . इस मामले में मृतक बंदी विदेशी राम के भाई मानू केवट ने आरोप लगाया है कि बंदी विदेशी राम के साथ जेल में मारपीट की गई है जिससे उसकी मौत हुई है.
प्रबंधन की सफाई : मृतक बंदी विदेशी राम के भाई मानू केवट ने बताया कि ''उन्हें उनके भाई के गिरफ्तारी की जानकारी नहीं दी गई थी.इसके अलावा जेल में बंद होने और मौत होने की जानकारी भी उन्हें नहीं मिली. बुधवार को फोन आया कि उनके भाई की जेल में मौत हो गई है और उसका शव सिम्स के मॉर्च्यूरी में रखा है. परिजन जब सिम्स पहुंचे तो सिम्स मेडिकल कॉलेज की पुलिस चौकी से उन्हें जानकारी दी गई कि कुत्ते के काटने से उनके भाई की मौत हो गई है.''
क्यों है मौत संदिग्ध : मृत बंदी विदेशी राम की मौत के मामले में उसके भाई ने आरोप लगाया है कि ''विदेशी राम के साथ जेल में मारपीट हुई है. जिससे उसकी मौत हो गई .क्योंकि जेल में कुत्ता कैसे काट सकता है और कुत्ता काटने से इतनी जल्दी किसी की मौत भी नहीं होती . यदि विदेशी राम को कुत्ता पहले से काटा था तो उसका इलाज क्यों नहीं कराया गया. साथ ही जेल अस्पताल में जब उसे भर्ती किया गया था तो वहां के डॉक्टरों ने कुत्ते के काटने का इलाज क्यों नहीं किया. जिसके कारण शरीर में जहर फैला.'' ये सारे सवालों के जवाब परिजन अब प्रशासन से मांग रहे हैं.लेकिन हर कोई सिर्फ जांच के बाद जवाब की बात कह रहा है.
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विदेशी राम कैसे पहुंचा था जेल : कोनी थाना क्षेत्र के ग्राम सेंदरी केवटपारा में रहने वाला विदेशी राम केवट वर्तमान में अपने ससुराल जांजगीर-चांपा जिले के बलौदा के पास बोकरामुड़ा चारपारा में पत्नी और बच्चों के साथ रहता था. यहां से वह अकेले बिलासपुर में आकर मजदूरी करता था. मालगाड़ियों से खाद उतारकर ट्रकों में भरता था. बिलासपुर में रहने के लिए यहां उसने किराए से मकान ले रखा था. 14 मई को रेलवे पुलिस ने उसे चोरी के मामले में गिरफ्तार किया. उसी दिन उसे जेल दाखिल कराया गया था. जेल दाखिल कराने से पहले उसका मुलाहिजा हुआ था. जिसमें उसे बिल्कुल स्वस्थ बताया गया था. जेल जाने के बाद विदेशी राम को जेल हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था. 2 दिन तक वह यहां पर भर्ती रहा, हालात में सुधार नहीं हुआ तो उसे 16 मई को सिम्स मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया था. जहां उसका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान उसकी बुधवार को मौत हो गई.
अब तक कितने कैदियों की हो चुकी है मौत : जेल में बंद बंदियों की मौत कि अगर बात करें तो 5 दिन में दो मौत हो चुकी हैं. दोनों ही मौत संदिग्ध हैं. पहली मौत 5 दिन पहले छोटे लाल यादव की हुई थी. जिसमें छोटे लाल यादव के परिजनों ने आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया था और मारपीट से मौत होने की बात कही थी. इस मामले में अभी जांच पूरी भी नहीं हो पाई थी कि जेल में बंद एक और बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है. इस मामले में बंदी विदेशी राम केवट के परिजन जेल के अंदर उसके साथ मारपीट होने का आरोप लगाया हैं.
जेल अधीक्षक नही दे रहे कोई जवाब : जेल में बंदी की मौत के मामले में जेल प्रशासन से किसी प्रकार की जानकारी नहीं दी जा रही है. जेल अधीक्षक एसएस तिग्गा का मोबाइल लगातार बंद बता रहा है. वे मीडिया से मिलने को तैयार नहीं है. जेल के बंदियों की हुई दोनों मौत के मामले में अब तक जेल प्रशासन में किसी प्रकार का बयान जारी नहीं किया है.