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​​Bilaspur crime news : बिलासपुर के रिहायशी इलाके में बारुद का ढेर, पुलिस कार्रवाई पर सवाल - Bilaspur crime news

​​Bilaspur crime news दीपावली करीब आते ही फटाका दुकान के लिए व्यापारी गोदाम और रिहायशी इलाकों में पटाखों का भंडारण शुरू कर दिए हैं. शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पटाखा व्यापारी रिहायशी इलाकों में पटाखों का भंडारण किये हुए हैं. यही नहीं ये व्यापारी इन्हीं जगहों से पटाखों की बिक्री भी कर रहे हैं. ऐसा नहीं है कि जिला और पुलिस पुलिस प्रशासन को इस बात की जानकारी नहीं है, लेकिन अब तक कार्यवाई नहीं होना संदेह को जन्म देता है.

बिलासपुर के रिहायशी इलाके में बारुद का ढेर
बिलासपुर के रिहायशी इलाके में बारुद का ढेर
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Published : Oct 18, 2022, 12:29 PM IST

Updated : Oct 18, 2022, 4:40 PM IST

बिलासपुर : दीपावली के आते ही पटाखों की मांग बढ़ जाती है. लिहाजा शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पटाखा का भंडारण भी जोरों पर है. लेकिन शहर के कई रिहायशी इलाकों में पटाखों का अवैध भंडारण भी किया जा रहा है. जो खतरे की घंटी बजा रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई तो करती है. लेकिन कार्रवाई से पहले खुद पुलिस सवालों के घेरे में (Illegal business of firecrackers) है.

प्रशासन की आंखों में कैसे झोंकते हैं धूल : दीपावली पर पटाखा फोड़ने की आधुनिक परंपरा है. इसी परंपरा के तहत जिला प्रशासन फटाका दुकानों के लिए अस्थाई और स्थाई लाइसेंस जारी करती है. जिला प्रशासन अस्थाई लाइसेंस के तहत व्यापारियों के लिए स्थान सुनिश्चित कर वहां दुकान लगाने की व्यवस्था करती है. इसके अलावा स्थाई लाइसेंस धारियों को अपने गोदाम शहर के बाहर रखने की शर्त पर लाइसेंस जारी करती है. लेकिन कुछ पटाखा व्यापारी शहर के बाहर गोदाम दिखाकर लाइसेंस तो प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन शहर के भीतर ही रिहायशी इलाकों में गोदाम और दुकान संचालित करने (residential area of ​​Bilaspur ) हैं.

व्यापारी कैसे बेचते हैं पटाखें : बिलासपुर शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साथ ही तोरवा, तारबहार, सरकंडा और सिरगिट्टी थाना के तहत कई ऐसे गोदाम हैं जिन्हें रिहायशी इलाकों में रखा गया है. व्यापारी चोरी-छिपे रिहायशी इलाकों के घरों को अपना गोदाम बना लेते हैं.फिर यहीं से पटाखों की सप्लाई करते हैं. इसके अलावा कुछ व्यापारी तो शहर के अंदर गोदाम और दुकान संचालित करते हुए वहीं से बिक्री भी करते हैं.

व्यापारियों की अपना अपना राग : सुनील प्लास्टिक के संचालक जो पटाखा का कारोबार करते हैं उनसे इस मामले में जानकारी लेने पर वह स्थाई लाइसेंस होने और गोदाम का लाइसेंस मिलने की बात कहकर खुद को बचा रहे हैं. शहर के पटाखा व्यापारी कमल कुमार तोलानी से जानकारी लेने पर उसने बताया कि '' उसे शहर के बाहर गोदाम बनाने का लाइसेंस जारी है. गोदाम से ही पटाखा लाकर वो दुकान से बेच रहा है. जबकि कमल तोलानी का 3 मंजिला गोदाम रिहायशी इलाके में है. वह यहीं से पटाखा बेचता है. व्यापारी लाइसेंस होने की बात कहते हुए खुद को बचा रहा है.

ये भी पढ़ें- एक्शन मोड में बिलासपुर पुलिस, 22 साल से फरार वारंटी गिरफ्तार

जानकारी मिली है करवाई करेंगे: एसएसपी रिहायशी इलाकों में पटाखा भंडारण और दुकान की जानकारी को लेकर बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने कहा कि '' लगातार शिकायतें मिल रही है कि रिहायशी इलाकों में पटाखा का अवैध भंडारण किया जा रहा है. उन्होंने इसके लिए संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं. उन्हें जांच कर कार्रवाई के लिए कहा है.'' ​​Bilaspur crime news

बिलासपुर : दीपावली के आते ही पटाखों की मांग बढ़ जाती है. लिहाजा शहर के अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पटाखा का भंडारण भी जोरों पर है. लेकिन शहर के कई रिहायशी इलाकों में पटाखों का अवैध भंडारण भी किया जा रहा है. जो खतरे की घंटी बजा रहा है. सूचना मिलने के बाद पुलिस कार्रवाई तो करती है. लेकिन कार्रवाई से पहले खुद पुलिस सवालों के घेरे में (Illegal business of firecrackers) है.

प्रशासन की आंखों में कैसे झोंकते हैं धूल : दीपावली पर पटाखा फोड़ने की आधुनिक परंपरा है. इसी परंपरा के तहत जिला प्रशासन फटाका दुकानों के लिए अस्थाई और स्थाई लाइसेंस जारी करती है. जिला प्रशासन अस्थाई लाइसेंस के तहत व्यापारियों के लिए स्थान सुनिश्चित कर वहां दुकान लगाने की व्यवस्था करती है. इसके अलावा स्थाई लाइसेंस धारियों को अपने गोदाम शहर के बाहर रखने की शर्त पर लाइसेंस जारी करती है. लेकिन कुछ पटाखा व्यापारी शहर के बाहर गोदाम दिखाकर लाइसेंस तो प्राप्त कर लेते हैं, लेकिन शहर के भीतर ही रिहायशी इलाकों में गोदाम और दुकान संचालित करने (residential area of ​​Bilaspur ) हैं.

व्यापारी कैसे बेचते हैं पटाखें : बिलासपुर शहर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र के साथ ही तोरवा, तारबहार, सरकंडा और सिरगिट्टी थाना के तहत कई ऐसे गोदाम हैं जिन्हें रिहायशी इलाकों में रखा गया है. व्यापारी चोरी-छिपे रिहायशी इलाकों के घरों को अपना गोदाम बना लेते हैं.फिर यहीं से पटाखों की सप्लाई करते हैं. इसके अलावा कुछ व्यापारी तो शहर के अंदर गोदाम और दुकान संचालित करते हुए वहीं से बिक्री भी करते हैं.

व्यापारियों की अपना अपना राग : सुनील प्लास्टिक के संचालक जो पटाखा का कारोबार करते हैं उनसे इस मामले में जानकारी लेने पर वह स्थाई लाइसेंस होने और गोदाम का लाइसेंस मिलने की बात कहकर खुद को बचा रहे हैं. शहर के पटाखा व्यापारी कमल कुमार तोलानी से जानकारी लेने पर उसने बताया कि '' उसे शहर के बाहर गोदाम बनाने का लाइसेंस जारी है. गोदाम से ही पटाखा लाकर वो दुकान से बेच रहा है. जबकि कमल तोलानी का 3 मंजिला गोदाम रिहायशी इलाके में है. वह यहीं से पटाखा बेचता है. व्यापारी लाइसेंस होने की बात कहते हुए खुद को बचा रहा है.

ये भी पढ़ें- एक्शन मोड में बिलासपुर पुलिस, 22 साल से फरार वारंटी गिरफ्तार

जानकारी मिली है करवाई करेंगे: एसएसपी रिहायशी इलाकों में पटाखा भंडारण और दुकान की जानकारी को लेकर बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने कहा कि '' लगातार शिकायतें मिल रही है कि रिहायशी इलाकों में पटाखा का अवैध भंडारण किया जा रहा है. उन्होंने इसके लिए संबंधित क्षेत्रों के थाना प्रभारियों को निर्देश दिए हैं. उन्हें जांच कर कार्रवाई के लिए कहा है.'' ​​Bilaspur crime news

Last Updated : Oct 18, 2022, 4:40 PM IST
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