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बिलासपुर में चाट के ठेले से मिली मौत, 22 बच्चों को फूड प्वाइजनिंग, एक की मौत

Food poisoning in Bilha Nagar Panchayat: बिलासपुर के बिल्हा में चाट खाने के बाद पूरा गांव फूड प्वॉइजनिंग से बीमार हो गया. 22 बच्चे बीमार पड़ गए. कई महिलाओं की तबीयत खराब हुई. चार बच्चों को गंभीर हालत में सिम्स रेफर किया गया. जिसमें से एक बच्ची की मौत हो गई.

Girl dies due to food poisoning in Bilha
बिलासपुर में चाट खाकर बच्चे बीमार
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Published : Jun 7, 2022, 6:52 AM IST

Updated : Jun 7, 2022, 12:32 PM IST

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बिल्हा नगर पंचायत के देवकिरारी में सोमवार को 22 बच्चे और महिलाएं फूड प्वॉइजनिंग की शिकार हो गईं. बच्चों को बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. चार बच्चों की हालत गंभीर होने पर सिम्स रेफर किया गया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही एक बच्ची की मौत हो गई. एक बच्ची सिम्स में है. दो बच्चों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि चाट खाने के बाद सभी बीमार पड़े. (Girl dies due to food poisoning in Bilha )

गांव में चाट गुपचुप वाले से सभी ने खाई थी चाट: बिल्हा क्षेत्र के देवकिरारी में रहने वाले एक ग्रामीण ने बताया कि "रविवार की शाम गांव में चाट गुपचुप बेचने वाला आया था. गांव के बच्चों और महिलाओं ने उसके पास से चाट और गुपचुप खरीदकर खाया था. इसके बाद अपने घर आ गए. रात में एक-एक कर बच्चों और महिलाओं की तबीयत बिगड़ने लगी. अचानक गांव में एक साथ बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर गांव वाले घबरा गए. उन्होंने 112 सहायता और 108 संजीवनी एम्बुलेंस को फोन लगाया. बीमार बच्चों को 112 सहायता और एंबुलेंस से बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. (Children sick after eating chaat in Bilaspur)

World Food Safety Day 2022: विश्व खाद्य सुरक्षा दिवस का क्या है मकसद, जानिए यहां ?

देर रात सभी की बिगड़ी तबियत: देवकिरारी गांव में फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 22 बच्चों का सामुदायिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चला. बताया जा रहा है कि फूड प्वाइजनिंग के मामले में सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हुए हैं. कुछ महिलाएं भी फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुईं हैं. जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. 9 साल की बच्ची की मौत हो गई है. तीन गंभीर बच्चों का इलाज चल रहा है. पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को है. विभाग बच्चों के बेहतर इलाज की व्यवस्था कर रहा है. (food poisoning in Bilha Nagar Panchayat )

फूड पॉइजनिंग क्या होता है: खाना या पेय दोनों पदार्थ गंदा या संक्रमित हो तो फूड प्वॉइजनिंग होने की संभावना होती है. वैसे तो फूड प्वॉइजनिंग के अधिकांश मामले कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों में फूड प्वाइजनिंग होने से रोकने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि इससे सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है. ये ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज आप एक-दो दिन में या फिर हफ्ते में खुद ही कर सकते हैं. इसके मामले में लापरवाही करना काफी खतरनाक साबित होता है.


फूड पॉइजनिंग के लक्षण (Symptoms of Food Poisoning): पेट में तेज दर्द होने लगता है. बार-बार उल्टी होती है. दस्त होने लगती है. खाना पचता नहीं है. सिर दर्द होने लगता है. शरीर बहुत थका हुआ और कमजोर महसूस होता है. बुखार आता है.

बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के बिल्हा नगर पंचायत के देवकिरारी में सोमवार को 22 बच्चे और महिलाएं फूड प्वॉइजनिंग की शिकार हो गईं. बच्चों को बिल्हा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया. चार बच्चों की हालत गंभीर होने पर सिम्स रेफर किया गया. अस्पताल पहुंचने से पहले ही एक बच्ची की मौत हो गई. एक बच्ची सिम्स में है. दो बच्चों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. बताया जा रहा है कि चाट खाने के बाद सभी बीमार पड़े. (Girl dies due to food poisoning in Bilha )

गांव में चाट गुपचुप वाले से सभी ने खाई थी चाट: बिल्हा क्षेत्र के देवकिरारी में रहने वाले एक ग्रामीण ने बताया कि "रविवार की शाम गांव में चाट गुपचुप बेचने वाला आया था. गांव के बच्चों और महिलाओं ने उसके पास से चाट और गुपचुप खरीदकर खाया था. इसके बाद अपने घर आ गए. रात में एक-एक कर बच्चों और महिलाओं की तबीयत बिगड़ने लगी. अचानक गांव में एक साथ बच्चों की तबीयत बिगड़ने पर गांव वाले घबरा गए. उन्होंने 112 सहायता और 108 संजीवनी एम्बुलेंस को फोन लगाया. बीमार बच्चों को 112 सहायता और एंबुलेंस से बिल्हा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया. (Children sick after eating chaat in Bilaspur)

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देर रात सभी की बिगड़ी तबियत: देवकिरारी गांव में फूड प्वाइजनिंग के शिकार हुए 22 बच्चों का सामुदायिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज चला. बताया जा रहा है कि फूड प्वाइजनिंग के मामले में सबसे ज्यादा शिकार बच्चे हुए हैं. कुछ महिलाएं भी फूड प्वाइजनिंग की शिकार हुईं हैं. जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है. 9 साल की बच्ची की मौत हो गई है. तीन गंभीर बच्चों का इलाज चल रहा है. पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को है. विभाग बच्चों के बेहतर इलाज की व्यवस्था कर रहा है. (food poisoning in Bilha Nagar Panchayat )

फूड पॉइजनिंग क्या होता है: खाना या पेय दोनों पदार्थ गंदा या संक्रमित हो तो फूड प्वॉइजनिंग होने की संभावना होती है. वैसे तो फूड प्वॉइजनिंग के अधिकांश मामले कुछ ही दिनों में ठीक हो जाते हैं, लेकिन शिशुओं, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों में फूड प्वाइजनिंग होने से रोकने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि इससे सेहत को काफी नुकसान पहुंचता है. ये ऐसी बीमारी है, जिसका इलाज आप एक-दो दिन में या फिर हफ्ते में खुद ही कर सकते हैं. इसके मामले में लापरवाही करना काफी खतरनाक साबित होता है.


फूड पॉइजनिंग के लक्षण (Symptoms of Food Poisoning): पेट में तेज दर्द होने लगता है. बार-बार उल्टी होती है. दस्त होने लगती है. खाना पचता नहीं है. सिर दर्द होने लगता है. शरीर बहुत थका हुआ और कमजोर महसूस होता है. बुखार आता है.

Last Updated : Jun 7, 2022, 12:32 PM IST
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