बिलासपुरः स्काई हॉस्पिटल सरकंडा बिलासपुर के डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल सूर्या विहार रोड में रहने वाले को उनके ही अस्पताल के कर्मचारी और वहीं के डॉकटरों ने बिलासपुर के सरकंडा से 19 सितंबर की शाम करीब 4-5 बजे अपहरण (Kidnapping) कर लिया था. जिसकी सूचना पुलिस को मिली और पुलिस ने इस मामले में आज खुलासा करते हुए बताया कि सभी 5 आरोपी पुलिस गिरफ्त में आ गए हैं. डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल को पहले ही बरामद कर लिया गया है.
बिलासपुर के सरकंडा में स्काई हॉस्पिटल संचालित करने वाले प्रदीप अग्रवाल का 19 तारीख को अपहरण (Kidnapping) कर लिया गया था. यह अपहरण हाई प्रोफाइल (high profile kidnapping ) होने की वजह से पुलिस भी इसमें गंभीरता दिखाते हुए तत्काल प्रदीप अग्रवाल की खोजबीन शुरू कर दी.
एसपी दीपक झा ने बताया कि इस बीच जानकारी मिली की प्रदीप अग्रवाल का अपहरण उन्हीं के हॉस्पिटल में पहले काम करने वाले डॉक्टर शैलेन्द्र मसीह, डॉक्टर आरिफ सहीत अस्पताल के एक टेक्नीशियन ने अपहरण किया है. इस मामले में 2 दिन बाद पुलिस को सूचना मिली कि अपहरणकर्ताओं ने प्रदीप अग्रवाल को दिल्ली एयरपोर्ट में छोड़ दिया है और वहां से प्रदीप अग्रवाल रायपुर प्लेन से पहुंच गए हैं.
अपहरण में शामिल थे स्काई हॉस्पिटल लोग
सूचना पर पुलिस प्रदीप अग्रवाल को रायपुर एयरपोर्ट से बरामद कर लिया. प्रदीप अग्रवाल से लिए बयान के आधार पुलिस ने उन्हें अपहरण करने वाले 5 लोगों के शामिल होने की जानकारी लगी. इसमें 3 तो स्काई हॉस्पिटल में ही काम करने वाले थे और दो ड्राइवर थे. मामला सेंसिटिव होने की वजह से पुलिस पूरी मुस्तैदी से खोजबीन शुरू की. प्रदीप अग्रवाल ने बताया कि उन्हें सड़क मार्ग से पेंड्रा शहडोल होते हुए उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद ले जाया गया था, जहां उन्हें एक दिन रखने के बाद दिल्ली एयरपोर्ट में लाकर छोड़ दिया गया.
आरोपियों ने लिए थे चेकबुक पर सिग्नेचर
प्रदीप अग्रवाल ने यह भी बताया कि बिलासपुर में जब उनका अपहरण किया गया था तो उनसे कर्मचारी के माध्यम से चेक बुक मंगवाया गया था और कुछ कागजात भी. आरोपियों ने प्रदीप अग्रवाल से एक करोड़ 64 लाख रुपए चेक में भरवा कर उनका सिग्नेचर लिया था इसके अलावा कुछ और कागजात पर उनके सिग्नेचर लिए थे.
पुलिस ने खुलासा में हाईटेक माध्यम से आरोपियों को प्रेस के सामने पेश किया. गूगल मीट के माध्यम से पुलिस ने आरोपियों को दिखाया और उनके शामिल होने की बात कही.बिलासपुर पुलिस मुरादाबाद के कोर्ट से ट्रांजिट रिमांड लेकर कल आरोपियों को बिलासपुर पहुंच जाएगी. सभी आरोपियों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कर लिया गया है.
पीछे से आकर किया था अपहरण
19 तारीख को स्काई अस्पताल के डायरेक्टर किसी काम से क्षेत्र में घूम रहे थे तभी एक कार उनके सामने आई और उनको पीछे से पीठ में कुछ गढ़ने लगा. पीछे से आवाज आई कि चुपचाप गाड़ी में बैठ जाओ. प्रदीप अग्रवाल गाड़ी में बैठ गए. फिर उन्होंने 3 लोगों को पहचान लिया. जिसमें उनके अस्पताल में काम करने वाले डॉ शैलेन्द्र मसीह, डॉ आरिफ, टेक्नीशियन फिरोज शामिल था. उसके बाद रात करीब 7 बजे डायरेक्टर प्रदीप अग्रवाल के कार में आ कर उनके चेक बुक को अस्पताल के स्टाफ से मांग के ले गए. इसके बाद उन्हें सड़क मार्ग से सीधे मुरादाबाद ले गए ।
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अपहरण का कारण
पुलिस ने बताया कि उसकी जांच अस्प्ताल से शुरू हुई. अस्पताल के 30 अधिकारी कर्मचारियों से बारीकी से पूछताछ किया गया और गुम इंसान के व्यवसाय से संबंधित पूर्व लेनदेन संबंधी विवाद की जानकारी हासिल की गई. जिसमें पूर्व में अस्पताल में कार्यरत डॉक्टर शैलेंद्र मसीह, डॉक्टर मोहम्मद आरिफ, टेक्नीशियन फिरोज खान का प्रदीप अग्रवाल के साथ पैसे की लेनदेन की बात पर विवाद होने की जानकारी मिली.
अपहरण में शामिल आरोपी
मोहम्मद आरिफ एवं फिरोज खान को मूलतः मुरादाबाद उत्तर प्रदेश के रहने वाले होने की जानकारी प्राप्त होने पर तत्काल एक टीम संभावित स्थल मुरादाबाद उत्तर प्रदेश रवाना किया गया. मुरादाबाद उत्तर प्रदेश में आरोपियों के ठिकानों पर दबिश देकर सभी पांच आरोपी शैलेंद्र मशीह, मोहम्मद आरिफ, फिरोज, रिजवान एक अन्य ड्राइवर आरिफ को मुरादाबाद से गिरफ्तार कर लिया गया.