बिलासपुरः शहर के तारबाहर क्षेत्र में डायरिया का प्रकोप जारी है. दूषित पानी पीने से लोगों को डायरिया की शिकायत हुई है. इस बीमारी के फैलने के पीछे की मुख्य वजह नालियों से गुजर रहे जलापूर्ति पाइप का कनेक्शन (water supply pipe connection) गंदगी से हो जाना बताया जा रहा है. इस पानी को पीने से लोगों की तबियत बिगड़ी और लोग इलाज के लिए विवश हो गए हैं. यही स्थिति पूरे शहर की है.
बिलासपुर शहर में पीने के पानी की व्यवस्था (drinking water system) नगर निगम करता है. निगम शहर के विभिन्न वार्डों में बोर पंप के माध्यम से पाइप लाइन बिछा कर घरों तक पानी पहुंचाता है. निगम वार्डों में सप्लाई पाइप बिछाकर घरों तक पानी पहुंचाने का कनेक्शन देता है लेकिन निगम ने शहर के विभिन्न वार्डो में पाइप लाइन नालियों के अंदर बिछा रखा है.
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लोगों पर पाइप लाइन क्षतिग्रस्त करने का आरोप
जलापूर्ति के पाइप पूरी तरह से जर्जर है और उसका कनेक्शन नालियों की गंदगी से हो चुका है. महापौर रामशरण यादव ने बताया कि अवैध कनेक्शन के लिए लोग पाइप में छेद करते हैं और जब उनका काम हो जाता है तो पाइप निकाल कर ले जाते हैं. तारबहार में फैले डायरिया के प्रकोप का मुख्य कारण गंदा पानी पीने से हुआ है. अब इस मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है. आज भाजपा नेताओं ने तारबाहर के डायरिया प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया. बताया कि निगम की लापरवाही से तारबाहर में डायरिया फैला है.
भाजपा नेताओं ने कहा कि पूरे शहर का यही हाल है. शहर में सप्लाई पाइप नालियों से होकर घरों तक गया है. भाजपाइयों ने कहा कि पाइप नालियों से ऊपर नही किया गया तो पूरा शहर डायरिया की सपेट में होगा. इस मामले में नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष, उप नेता प्रतिपक्ष, पूर्व महापौर और भाजपाईयों ने कहा कि इतने सालों में इस काम को कर लेना चाहिए था लेकिन शहर वासियों को साफ पानी नहीं मिल पाना निगम की विफलता को साबित कर रहा है.