बिलासपुर: छत्तीसगढ़ का 28वां जिला अस्तित्व में आ गया है. नए जिले गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में ओएचडी के रूप में पदस्थ अधिकारियों शिखा राजपूत तिवारी को कलेक्टर और सूरज सिंह परिहार को जिले का एसपी नियुक्त किया गया है. पदभार ग्रहण करने के बाद दोनों ही अधिकारियों ने पुलिस और प्रशासन के विभिन्न विभागों की स्थापना और समन्वय का काम शुरू कर दिया है.
जिले की घोषणा के बाद जिले के नव पदस्थ पुलिस अधीक्षक ने गौरेला पेंड्रा मरवाही में स्थान्तरित होकर आए पुलिसकर्मियों की परेड ली और उनसे पूर्व में किये जा रहे कामों की जानकारी ली. दूसरी तरफ कलेक्टर जिला मुख्यालय और जिला मुख्यालय के अंतर्गत संचालित होने वाले विभिन्न विभागों के साथ संसाधन जुटाने के प्रयास में जुट गए हैं. कलेक्टर शिखा राजपूर तिवारी ने बताया कि इसके लिए स्थानीय स्तर पर ही कार्यालय और मानव संसाधन जुटाना बड़ी चुनौती होगी.
शिक्षा और स्वास्थ्य पहली प्राथमिकता: कलेक्टर
नव पदस्थ कलेक्टर ने शिक्षा और स्वास्थ्य को पहली प्राथमिकता दी है. उनका कहना है कि अच्छी शिक्षा और अच्छा स्वास्थ्य किसी भी जिले के विकास का मापदंड तय करती है. जल्द ही जिला चिकित्सालय के साथ स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों और डॉक्टरों की भी नियुक्ति की जाएगी.
अवैध शराब और धान की तस्करी रोकना चुनौती
अंतर राज्य सीमा से सटे होने की वजह से पुलिस के लिए ये बड़ी चुनौती है. नवगठित जिले के रेंज से 191 पुलिसकर्मी हैं. पुलिस अधीक्षक कार्यालय में ही 25 से ज्यादा विभाग है. फिलहाल इन्हीं कर्मचारियों से थाने के अलावा अन्य काम किए जा रहे हैं. वहीं मध्यप्रदेश से आने वाली शराब, धान और अन्य तरह की तस्करी रोकने पर भी पुलिस अधीक्षक का ध्यान रहेगा.