बिलासपुरः सिम्स के 316 कर्मचारी 23 अगस्त से वेतन वृद्धि को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले गए हैं. इसका सीधा असर सिम्स (sims) की स्वास्थ्य सुविधाओं पर पड़ी हैं. सिम्स की चिकित्सीय व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. लैब (Lab), ओटी (OT), मेजर ओटी (Major OT) सहित जनरल वार्डों (general wards) के काम-काज ठप्प हो गए हैं.
हड़ताली कर्मचारी अपनी मांगों पर अड़े हुए हैं. प्रबंधन का कहना है कि शासन (government) से निर्देश (instructions) मिले हैं. इस पर कार्रवाई जारी है. इसके अलावा शासन ने इन कर्मचारियों की परिवीक्षा अवधि (probation period) भी खत्म कर दिया है. परिवीक्षा अवधि खत्म होने के बाद अब हड़तालियों को काम पर वापस लौट जाना चाहिए. प्रबंधन वापस काम पर लौटने के लिए आंदोलन कारियों से लगातार अपील कर रहा है.
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एनुअल इंक्रीमेंट का नहीं दिया जाता लाभ
वर्ष 2013-14 में कर्मचारियों की नियमित भर्ती हुई थी. इस के बाद से अब तक उन्हें वार्षिक वेतन वृद्धि (annual increment) का लाभ नहीं दिया जा रहा है. प्रबंधन (Management) और जनप्रतिनिधियों (public representatives) के साथ ही प्रशासन (Administration) और शासन के सामने भी उन्होंने अपनी मांगों को रखा है. आगे कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं होती हैं तब तक वह अपना आंदोलन जारी रखेंगे. कर्मचारियों ने कहा है कि जो आदेश आया है, उसकी प्रति उन्हें उपलब्ध कराया जाय. कर्मचारी किसी भी धोखा में नहीं आने वाले. आदेश की काॅपी मिलने तक वह हड़ताल पर रहेंगे.