बिलासपुर: ईमानदारी अगर जिंदा है तो फिर कितना भी कीमती रुपए पैसे और सोना चांदी उसे मार नहीं सकती. रायपुर में रहने वाली महिला बिलासपुर के लिए एक बस में सफर कर शहर पहुंची. बिलासपुर पहुंचने के बाद बस में ही अपना जेवरात और पैसे से भरा पर्स भूल गई और बस से उतर गई. जिसे बस के कंडक्टर ने पुलिस थाना में जमा करा दिया. पुलिस ने पर्स की मालिक महिला को बुलाकर उसका सामान कंडक्टर के हाथों वापस कराया. पुलिस ने कंडक्टर को शाबाशी देते हुए धन्यवाद किया. RBS Bus conductor Ishwar Singh returned purse
बिलासपुर में ईमानदारी की मिसाल: रायपुर में रहने वाली महिला ममता जांगड़े रायपुर से बिलासपुर आने के लिए आरबीएस बस में निकली थी. वह बिलासपुर के नया बस स्टैंड में पहुंचने के बाद बस से उतर गई. महिला अपना सोने चांदी और पैसे से भरा पर्स बस में ही भूल कर चली गई. घर पहुंचने के बाद महिला को याद आया कि वह अपना पर्स बस में ही छोड़ दी है, तब वह बस स्टैंड पहुंची.यहां उसे जानकारी लगी कि बस के कंडक्टर ईश्वर सिंह ने उसका पर्स सिरगिट्टी थाना में जमा करा दिया है. महिला जब थाना पहुंची तो पुलिस ने पर्स के विषय में जानकारी लेते हुए पूछताछ की और पुख्ता यकीन होने के बाद महिला को बताया कि बस के कंडक्टर ईश्वर सिह उसका पर्स थाने में जमा करा दिया है और वह उसे मिल जाएगा.
छत्तीसगढ़ में राज्य अलंकरण श्रेणी के नए पुरस्कारों की घोषणा
दूसरे का पैसा मेरे लिए मिट्टी: आरबीएस बस के कन्डेक्टर ईश्वर सिंह दीनदयाल कालोनी में रहते हैं. उन्होंने बताया कि जब वह बस से अपनी ड्यूटी खत्म कर उतर रहे थे तो उन्होंने देखा कि बस में किसी ने पर्स छोड़ दिया है. उन्होंने उसे बिना खोले ही थाना में जमा करा दिया था. उनसे जब पूछा गया कि अगर मालूम होता की चार लाख का माल है तो क्या रख लेते तब उन्होंने जवाब दिया कि दूसरे का सामान या पैसा उनके लिए मिट्टी है. वह कभी भी किसी के समान को लेकर अपनी ईमानदारी खराब नहीं करेंगे.