बिलासपुर: छत्तीसगढ़ के कई हिस्सों के साथ-साथ बिलासपुर में भी मानसून की हलचल अब दिखने लगी है. ऐसे में बरसात से पहले की गई तैयारियां भी जरूरी हो जाती हैं. इस संबंध में महापौर रामशरण यादव ने ETV भारत से बातचीत करते हुए कहा कि आने वाले 15 जून तक हर हाल में निगम क्षेत्र के जरूरी काम निपटा लिए जाएंगे. ताकि शहरवासियों को बरसात का साइड इफेक्ट झेलना न पड़े.
महापौर रामशरण यादव ने कहा कि निगम के लिए सबसे बड़ी चुनौती नालियों की गंदगी को जल्द से जल्द बाहर निकालना है, ताकि जल भराव जैसी स्थिति से बचा जा सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए सभी 70 वार्डों में काम चल रहा है. जो हर हाल में 15 जून तक पूरा कर लिया जाएगा. महापौर ने कहा कि 'बरसात के दौरान मच्छर की समस्या बढ़ जाती है, लिहाजा दवाइयों के छिड़काव की व्यवस्था भी की जा रही है. महापौर ने बताया कि निगम के पास फंड की कमी है, लेकिन इन परिस्थितियों में भी जरूरी काम पूरे कर लिए जाएंगे.
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हर साल होता है जलभरवा
बता दें कि, बीते कई साल से बरसात के दिनों में प्रशासन के इंतेजाम की पोल खुलती रही है, विशेषकर शहर की निचली बस्तियों में जलभराव एक बड़ी समस्या बनकर सामने आती रही है. हर साल नालियों की सफाई और बेहतर जल बहाव के दावे जरूर किए जाते हैं, लेकिन पहली बारिश में ही शहर का नजारा कुछ और ही होता है.
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शहर की तमाम नालियों को अरपा नदी में बहाया जाता है और नदी में पानी बढ़ने के बाद नालियों का बहाव बाधित हो जाता है. इससे शहर में जलभरवा की समस्या जस की तस बनी रहती है. बता दें कि मानसून ने बिलासपुर में दस्तक दे दी है. इससे जिले में भी अच्छी बारिश होने की संभावना बनी हुई है. इस बीच बारिश के कारण तापमान में गिरावाट होने से लोगों को गर्मी से भी राहत मिली है.