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CYBER CRIME के गुनहगार: 2 आरोपी राजस्थान से गिरफ्तार, OLX पर खुद को आर्मी का जवान बताकर करते थे ठगी

बिलासपुर पुलिस ने ऑपरेशन साइबर 2020 के जरिये OLX पर सामान बेचने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. राजस्थान से इस गिरोह के 2 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.

2 accused of Online fraud arrested in Bilaspur
गिरफ्तार आरोपी
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Published : Dec 3, 2020, 1:14 PM IST

Updated : Dec 3, 2020, 2:34 PM IST

बिलासपुर: पुलिस ने ऑपरेशन साइबर 2020 के जरिये OLX पर सामान बेचने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. सिटी कोतवाली थाना ने ऑनलाइन फ्रॉड के अलग- अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है.

बिलासपुर में लगातार ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे थे. OLX के जरिए सामान बेचने और खरीदने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की गई है. साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एसपी ने बैठक लेकर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

CYBER CRIME के गुनहगार गिरफ्तार

पहला केस-

बिलासपुर के सिटी कोतवाली थाने में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसने OLX में बिक्री के लिए अपने पलंग की डिटेल पोस्ट की थी. इसके बाद अज्ञात मोबाइल नंबर 6259015453, 95428 76661 पर कॉल कर एक व्यक्ति ने पीड़िता से भुगतान के संबंध में गूगल पे नंबर मांग लिया. प्रार्थिया के पास गूगल पे नंबर नहीं होने पर उसने अपने रिश्तेदार का गूगल पे नंबर दिया. आरोपी ने भुगतान करने का झांसा देकर प्रार्थिया और उसके रिश्तेदार से गूगल पे नंबर पर सारी डिटेल आहरण संबंधी डलवाकर उसे झांसे में लेकर तकरीबन 55 हजार की राशि आहरित कर ली थी, जिस पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया गया गया था.

दूसरा केस-

थाना सरकंडा में एक वरिष्ठ नागरिक ने OLX पर एक मोपेड गाड़ी का विज्ञापन देखकर गाड़ी बेचने वाले के मोबाइल नंबर 82090 38681 पर संपर्क किया. वाहन बेचने वाले ने अपने आप को माना कैंप में फौज में होना बताया और माना में ही पदस्थापना बताकर प्रार्थी से लेन-देन का मैसेज आदान-प्रदान किया. इस दौरान सौदा तय होने पर प्रार्थी ने आरोपी के बताए मोबाइल नंबर पर 25 हजार की राशि पहली बार और ट्रांसपोर्ट और अन्य अलाउंसेस के नाम पर कुल 45 हजार 990 रुपए पेटीएम में ट्रांसफर कर दिए. प्रार्थी ने सुधीर बेरिया के नाम पर पेटीएम में रुपए ट्रांसफर किए. जिस पर थाना सरकंडा में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में सोशल साइट्स और एप के जरिए हो रही साइबर ठगी, एक्सपर्ट से जानिए बचना कैसे है ?


राजस्थान से किया गया गिरफ्तार

एसपी ने नोडल अधिकारी साइबर सेल निमेश बरैया और नगर पुलिस अधीक्षक सरकंडा निमिषा पाण्डेय को तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी के संदर्भ में संयुक्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. विशेष संयुक्त टीम का गठन साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान और थाना प्रभारी सरकण्डा निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया. संयुक्त टीम को राजस्थान रवाना किया गया. टीम ने राजस्थान में 11 दिनों तक कैम्प कर वहां की भौगोलिक परिस्थितियों और वहां की वेशभूषा में खुद को ढाल लिया. टीम राजस्थान के भरतपुर पुलिस के साथ संयुक्त रूप से समय-समय पर वेशभूषा बदलकर दिन और रात अलग-अलग समय में रेकी कर आखिरकार आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने में सफल हुई. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर भरतपुर राजस्थान पुलिस की टीम के साथ संयुक्त रूप से छापेमार कार्रवाई कर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की. गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर राजस्थान से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बिलासपुर लाया गया.

पढ़ें- ऑनलाइन फ्रॉड से सावधान! खरीद-बिक्री साइट पर भी हो रहे हैं धोखे, OLX पर एक शख्स को न गाड़ी मिली न मिली रकम

पुलिस ने भरतपुर राजस्थान से जाकिर और रुखमीन को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि उनका साथी मोहम्मद जाबिर अभी फरार है. आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल मोबाइल, बैंक खाता बुक, एटीएम, नकद बरामद किया गया.

साइबर क्राइम से बचने के लिए बरतें सावधानी-

  • कोई भी वाहन/मोबाइल/अन्य सामान को खरीदते एवं बेचते समय सावधानी बरतें.
  • वाहन/मोबाइल/अन्य सामान पसंद आने पर तत्काल भुगतान न करें. एडवांस रकम के नाम पर आपसे धोखाधड़ी हो सकती है.
  • ओएलएक्स/क्विकर आदि पर पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र के नाम पर ठगी की जा रही है, तत्काल विश्वास न करें.
  • पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के फोटो का भी उपयोग व्हाट्सएप नंबर पर ठग करते हैं, इसलिए उनके नंबर की भी जांच पड़ताल करने के बाद ही खरीद-बिक्री करें. वीडियो कॉल/प्रत्यक्ष रूप से देखकर सामान खरीदी करें.
  • ओएलएक्स/क्विकर आदि पर खरीद-बिक्री के लिए पोस्ट किए गए वाहन/मोबाइल/अन्य सामान की केवल फोटो देखकर सौदा न करें, सामान को जांच-परखकर ही लेनदेन करें.
  • ओएलएक्स/क्विकर पर वाहन बेचते/खरीदते समय किसी रकम के भुगतान के लिए किसी लिंक पर क्लिक, ऑनलाइन पेमंट न करें. 1 रुपये, 10 रुपये के भुगतान के नाम पर लिंक/क्यू.आर कोड भेजकर आप के साथ ठगी हो सकती है.
  • ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश ऑन डिलीवरी विकल्प का ही उपयोग करें.
  • कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आएं.
  • ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 और ई मेल आईडी support@olx.com है.

बिलासपुर: पुलिस ने ऑपरेशन साइबर 2020 के जरिये OLX पर सामान बेचने का झांसा देकर ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. सिटी कोतवाली थाना ने ऑनलाइन फ्रॉड के अलग- अलग मामलों में कार्रवाई करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को राजस्थान से गिरफ्तार किया है.

बिलासपुर में लगातार ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आ रहे थे. OLX के जरिए सामान बेचने और खरीदने का झांसा देकर लोगों से लाखों रुपये की ठगी की गई है. साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को देखते हुए एसपी ने बैठक लेकर उचित कार्रवाई के निर्देश दिए थे.

CYBER CRIME के गुनहगार गिरफ्तार

पहला केस-

बिलासपुर के सिटी कोतवाली थाने में एक महिला ने रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी कि उसने OLX में बिक्री के लिए अपने पलंग की डिटेल पोस्ट की थी. इसके बाद अज्ञात मोबाइल नंबर 6259015453, 95428 76661 पर कॉल कर एक व्यक्ति ने पीड़िता से भुगतान के संबंध में गूगल पे नंबर मांग लिया. प्रार्थिया के पास गूगल पे नंबर नहीं होने पर उसने अपने रिश्तेदार का गूगल पे नंबर दिया. आरोपी ने भुगतान करने का झांसा देकर प्रार्थिया और उसके रिश्तेदार से गूगल पे नंबर पर सारी डिटेल आहरण संबंधी डलवाकर उसे झांसे में लेकर तकरीबन 55 हजार की राशि आहरित कर ली थी, जिस पर थाना सिटी कोतवाली में अपराध पंजीबद्ध किया गया गया था.

दूसरा केस-

थाना सरकंडा में एक वरिष्ठ नागरिक ने OLX पर एक मोपेड गाड़ी का विज्ञापन देखकर गाड़ी बेचने वाले के मोबाइल नंबर 82090 38681 पर संपर्क किया. वाहन बेचने वाले ने अपने आप को माना कैंप में फौज में होना बताया और माना में ही पदस्थापना बताकर प्रार्थी से लेन-देन का मैसेज आदान-प्रदान किया. इस दौरान सौदा तय होने पर प्रार्थी ने आरोपी के बताए मोबाइल नंबर पर 25 हजार की राशि पहली बार और ट्रांसपोर्ट और अन्य अलाउंसेस के नाम पर कुल 45 हजार 990 रुपए पेटीएम में ट्रांसफर कर दिए. प्रार्थी ने सुधीर बेरिया के नाम पर पेटीएम में रुपए ट्रांसफर किए. जिस पर थाना सरकंडा में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया.

पढ़ें- छत्तीसगढ़ में सोशल साइट्स और एप के जरिए हो रही साइबर ठगी, एक्सपर्ट से जानिए बचना कैसे है ?


राजस्थान से किया गया गिरफ्तार

एसपी ने नोडल अधिकारी साइबर सेल निमेश बरैया और नगर पुलिस अधीक्षक सरकंडा निमिषा पाण्डेय को तत्काल आरोपियों की गिरफ्तारी के संदर्भ में संयुक्त कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. विशेष संयुक्त टीम का गठन साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक कलीम खान और थाना प्रभारी सरकण्डा निरीक्षक जयप्रकाश गुप्ता ने संयुक्त रूप से किया. संयुक्त टीम को राजस्थान रवाना किया गया. टीम ने राजस्थान में 11 दिनों तक कैम्प कर वहां की भौगोलिक परिस्थितियों और वहां की वेशभूषा में खुद को ढाल लिया. टीम राजस्थान के भरतपुर पुलिस के साथ संयुक्त रूप से समय-समय पर वेशभूषा बदलकर दिन और रात अलग-अलग समय में रेकी कर आखिरकार आरोपी की पहचान सुनिश्चित करने में सफल हुई. तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर भरतपुर राजस्थान पुलिस की टीम के साथ संयुक्त रूप से छापेमार कार्रवाई कर दोनों आरोपियों की गिरफ्तारी की. गिरफ्तार आरोपियों को न्यायालय में पेश कर राजस्थान से ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बिलासपुर लाया गया.

पढ़ें- ऑनलाइन फ्रॉड से सावधान! खरीद-बिक्री साइट पर भी हो रहे हैं धोखे, OLX पर एक शख्स को न गाड़ी मिली न मिली रकम

पुलिस ने भरतपुर राजस्थान से जाकिर और रुखमीन को गिरफ्तार किया है. दोनों से पूछताछ करने पर पता चला कि उनका साथी मोहम्मद जाबिर अभी फरार है. आरोपियों के पास से घटना में इस्तेमाल मोबाइल, बैंक खाता बुक, एटीएम, नकद बरामद किया गया.

साइबर क्राइम से बचने के लिए बरतें सावधानी-

  • कोई भी वाहन/मोबाइल/अन्य सामान को खरीदते एवं बेचते समय सावधानी बरतें.
  • वाहन/मोबाइल/अन्य सामान पसंद आने पर तत्काल भुगतान न करें. एडवांस रकम के नाम पर आपसे धोखाधड़ी हो सकती है.
  • ओएलएक्स/क्विकर आदि पर पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के पहचान पत्र के नाम पर ठगी की जा रही है, तत्काल विश्वास न करें.
  • पुलिस/आर्मी/अर्धसैनिक बल के सुरक्षाकर्मी के फोटो का भी उपयोग व्हाट्सएप नंबर पर ठग करते हैं, इसलिए उनके नंबर की भी जांच पड़ताल करने के बाद ही खरीद-बिक्री करें. वीडियो कॉल/प्रत्यक्ष रूप से देखकर सामान खरीदी करें.
  • ओएलएक्स/क्विकर आदि पर खरीद-बिक्री के लिए पोस्ट किए गए वाहन/मोबाइल/अन्य सामान की केवल फोटो देखकर सौदा न करें, सामान को जांच-परखकर ही लेनदेन करें.
  • ओएलएक्स/क्विकर पर वाहन बेचते/खरीदते समय किसी रकम के भुगतान के लिए किसी लिंक पर क्लिक, ऑनलाइन पेमंट न करें. 1 रुपये, 10 रुपये के भुगतान के नाम पर लिंक/क्यू.आर कोड भेजकर आप के साथ ठगी हो सकती है.
  • ऑनलाइन सामान खरीदते समय कैश ऑन डिलीवरी विकल्प का ही उपयोग करें.
  • कम कीमत, आकर्षक मूल्य के झांसे में ना आएं.
  • ओएलएक्स का वास्तविक कस्टमर केयर नम्बर 9999020545 और ई मेल आईडी support@olx.com है.
Last Updated : Dec 3, 2020, 2:34 PM IST
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