सरगुजा : अंबिकापुर में आकाशीय बिजली गिरने (Ambikapur lightning case ) से दो बच्चियां गंभीर रूप से झुलस गई. गाज से झुलसी बच्चियों को उपचार के लिए डायल 112 की टीम ने मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया. जहां पर बच्चियों का इलाज जारी है.
कैसे हुई घटना : रविवार की दोपहर डेढ़ बजे गांधीनगर थाना अंतर्गत ग्राम ठाकुरपुर सुपेलापारा में रोशनी तिग्गा और आस्था तिग्गा आम पेड़ के नीचे खेल रही थी. इस दौरान अचानक गरज चमक के साथ बारिश शुरू हो गई. बारिश से बचने के लिए दोनों आम के पेड़ के नीचे खड़ी हो गई. तभी आसमान से तेज रोशन के साथ पेड़ के ऊपर बिजली (lightning )गिरी.
बिजली से झुलस गईं बच्ची : आकाशीय बिजली गिरने से दोनों बच्चियां गंभीर रूप से झुलस गई. गाज की चपेट में आई बच्चियों को परिजन गोबर और मिट्टी के साथ जमीन में धड़ तक दबाने के बाद डायल 112 को घटना की जानकारी दी गई. घटना की जानकारी मिलने पर डायल 112 के आरक्षकों ने घटना स्थल पर पहुंचकर बच्चियों को उपचार के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया. जहां दोनों बच्चियों का इलाज जारी है.
आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कैसे बचें : राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (National Disaster Management Authority) ने आकाशीय बिजली (lightning) जिसे गाज भी कहा जाता है. इससे बचने के लिए कुछ निर्देश दिए हैं. इसकी चपेट में ज्यादातर खेतों में काम करने वाले किसान, खुले में काम करने वाले लोग आते हैं. आपदा प्रबंधन विभाग (disaster management department) का कहना है कि आकाशीय बिजली (lightning) से थोड़ी समझदारी से काम लिया जाए तो आसानी से बचा जा सकता है.
- जब बिजली तेज कड़क रही हो तो पेड़ों के नीचे नहीं खड़ा होना चाहिए.
- बिजली के खंभे और टावर के आसपास नहीं खड़ा होना चाहिए.
- अगर आप खेत में है तो कोशिश करें कि सूखे स्थान पर चले जाएं.
- उकड़ू बैठकर दोनों घुटनों को जोड़कर सिर झुकाकर बैठना चाहिए .
- लोहे समेत धातु से बने सामान साइकिल आदि से दूर रहना चाहिए.
इसके अलावा इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रॉपिकल मेटीरियोलांजी (आईआईटीएम) पुणे ने दामिनी (Damini) नाम से एक ऐप डेवलप किया है. इसके माध्यम से आकाशीय बिजली को लेकर चेतावनी जारी की जाती है. इस ऐप के माध्यम से जान माल के नुकसान से बचा जा सकता है