सरगुजा: छत्तीसगढ़ के स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने कोरोना वायरस को लेकर की गई तैयारियों और उससे बचाव के विषय में चर्चा की. सिंहदेव ने लॉकडाउन को संक्रमण रोकने का वैश्विक स्तर पर सबसे बेहतर उपाय बताया है. उन्होंने कहा कि अगर हम अधिक भाग्यशाली रहे तब भी कोविड 19 की वैक्सीन आने में 6 महीने का समय लग सकता है. सिंहदेव ने कहा कि इसके लिए 12 से 18 महीने का समय अनुमानित बताया जा रहा है.
सिंहदेव ने कहा कि कोरोना वायरस का संक्रमण किसी भी जगह से फैल सकता है इसलिए मास्क जरूर पहनें. इसके अलावा लगातार हाथ धोना और सैनिटाइजर का प्रयोग करना अतिआवश्यक है.
प्रधानमंत्री से सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
प्रधानमंत्री सोमवार को सभी राज्यों को मुख्यमंत्री, गृहमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करने वाले हैं. सिंहदेव ने कहा कि इस बार ये मीटिंग पहले से थोड़ी लंबी चलने वाली है. उसके बाद ही आगे की रणनीतियों को लेकर कुछ कहा जा सकता है.
'लॉकडाउन से आर्थिक संकट'
सिंहदेव ने कहा कि लॉकडाउन के तीसरे चरण में कुछ गतिविधियों को खोल दिया गया है क्योंकि आर्थिक गतिविधियां रुकने की वजह से संकट खड़ा हो रहा था. उन्होंने कहा कि प्रदेश में भिलाई स्टील प्लांट, मनरेगा, पावर प्लांट, कृषि और माइनिंग आदि के काम कभी बंद ही नहीं हुए थें. व्यवसाय प्रभावित हुआ है. सरकारी संस्थाओं और कुछ अन्य संस्थाओं में वेतन की स्थिति प्रभावित नहीं हुई. मंत्री ने कहा कि हर सेक्टक पर लॉकडाउन की मार पड़ी है और अर्थव्यवस्था सीधे तौर पर प्रभावित हुई है.
सिंहदेव ने कहा कि धीरे-धीरे प्रदेश लॉकडाउन से बाहर आएगा. इस नई सच्चाई के साथ कि कोविड19 ज्यादा न फैले और संक्रमण ज्यादा न फैले. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस बात का अनुमान पहले से ही था कि संक्रमण जून-जुलाई में ज्यादा बढ़ सकता है. इसके साथ ये भी कहा जा रहा है कि नवंबर-दिसंबर में संक्रमण का खतरा ज्यादा रहेगा. सिंहदेव ने लोगों ने इस तरह की जीवनशैली अपनाने की अपील की, जिसमें कोरोना वायरस से बचने के उपाय शामिल हों.
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'रैपिड टेस्ट किट असुरक्षित नहीं हैं'
सिंहदेव ने कहा कि जो चाइनिज कंपनी के टेस्ट किट आई है, उसे विड्रॉ कर लिया गया है. उन्होंने कहा कि रैपिड टेस्ट किट में 80 से 70 प्रतिशत तक की प्रमाणिकता मानी गई है, लेकिन इसमें गलत रिपोर्ट भी आ सकती है. इसकी टेस्टिंग हाइरिस्क ग्रुप जैसे कि गर्भवती महिलाएं, वे लोग जिन्हें पहले से कोई बीमरी हो और डॉक्टर, पुलिस, सफाईकर्मीयों पर की जा सकती है.
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'30 फीसदी तक लोग छत्तीसगढ़ में हो सकते हैं संक्रमित'
सिंहदेव ने बताया कि कोरोना का संक्रमण विशेषज्ञों के हिसाब से छत्तीसगढ़ की कुल आबादी में से 30 फीसदी लोगों को संक्रमित कर सकता है. मान लीजिए कि अगर कोई व्यक्ति अंबिकापुर का है तो वह अंबिकापुर में ही फैलेगा उससे बाहर कोई व्यक्ति नहीं जाएगा. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि वे आशावादी होते हुए 30 की जगह 10 प्रतिशत लोगों तक संक्रमण पहुंचेगा ये मान रहे हैं. उनमें से 80 फीसदी लोग कभी अस्पताल ही नहीं जाएंगे, उनमें लक्षण ही नजर नहीं आएंगे और वे खुद ही ठीक हो जाएंगे. जो बाकी 20 फीसदी हैं उसमें से 5 फीसदी आईसीयू तक पहुंचेंगे और बाकी के मरीजों के लिए जान का खतरा बना रहेगा.
'छत्तीसगढ़ के पास नहीं है कोई नुस्खा'
कई बार ये बात सामने आती है कि छत्तीसगढ़ को कोई नुस्खा तो नहीं मिल गया है जो लोग इतनी तेजी से यहां इसलिए भी ठीक हो रहे हैं. ऐसा नहीं है क्योंकि उन्हें समय पर इलाज मिल रहा है इसलिए ठीक हो रहे हैं. छत्तीसगढ़ में भी खतरा है इसलिए प्रदेश के लोग लापरवाही न बरतें. कोविड 19 की अभी कोई दवा नहीं बनी है इसलिए इससे डरें.