कोरिया: महुआ फूल बीनने के सीजन में कोरिया के जंगलों में हर तरफ आग लगी (fire in the jungles of koriya) हुई है. आम तौर पर ग्रामीण महुआ पेड़ के नीचे सफाई करने के मकसद से सूखी पत्तियों में आग लगा देते हैं. यह आग धीरे-धीरे पूरे जंगल मे फैल जाती है. इससे न सिर्फ बेशकीमती वनस्पति, बल्कि गिरी पड़ी सूखी लकड़ियां, जमीन पर गिरे बीज भी जलकर नष्ट हो जाते हैं. हर तरफ आग और धुएं से बेचैन वन्यजीव अपनी जान बचाने आबादी वाले इलाके में पहुंच रहे हैं. जिसके कारण जानवर भी शिकार की भेंट चढ़ जाते हैं.
अवैध काम जोरों पर: जिला मुख्यालय से लगे भैरमबन्द, मटिया जंगल और बालूद गांव के सरहदी इलाके में आग लगी है. राष्ट्रीय उद्यान सहित कोरिया और मनेंद्रगढ़ वनमण्डल (Manendragarh Forest Division) के जंगलों में भी कई जगहों पर आग लगी है. यह आग अब सूखी पत्ती सहित झाड़ और बड़े पेड़ों को अपनी चपेट में लेने लगी है. हालांकि सड़क किनारे लगी आग को बुझाने फायरब्रिगेड की मदद ली जा रही है, लेकिन जंगल के अंदरूनी हिस्से में लगी आग को बुझाने वाला कोई नहीं है.
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कोरिया में फायर वाचर फेल: जंगल के हर बीट में एक-एक फायर वाचर रखे गए हैं, लेकिन आग पर काबू पानी मुश्किल है. फिलहाल वन विभाग के चौकीदार सहित मनरेगा मजदूर जंगलों की जैसे-तैसे रखवाली कर रहे हैं. वहीं मौके का फायदा उठाकर अवैध कोयला उत्खनन, लकड़ी तस्करों की (smugglers in koriya ) चांदी हो गई है. तस्कर बेधड़क अवैध कार्यों को अंजाम देने लगे हैं.